इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते चलन को देखते हुए लोग इसके आदी होते जा रहे हैं लेकिन साथी साथ इसे खरीदने से पहले अपने बजट पर जब हाथ डालते हैं तब उन्हें यह काफी महंगा सौदा साबित होता है. भारत में नए हुए खोज के साथ ही अब इलेक्ट्रिक वाहनों का सस्ता होना और तेजी से आगे बढ़ेगा. भारत में अब लिथियम आयन बैटरी बनाने वाले खनिज तत्व लिथियम के भंडार खोज लिए गए हैं.
सीधा आधा हो जाएगा दाम.
मौजूदा समय में भारत अपनी जरूरत का लिथियम आयन बैट्री बाहर से इंपोर्ट करता है जिसके वजह से इस पर इंपोर्ट ड्यूटी शुल्क लगता है और साथ ही साथ इसे वैश्विक कीमतों के हिसाब से खरीदना पड़ता है. विदेशी मुद्रा बाहर जाती है जो एक अतिरिक्त दबाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर बनती है इन सब के वजह से लिथियम आयन करना काफी महंगा पड़ता है.
देश के भीतर लिथियम भंडार मिलने से अब लिथियम आयन बैटरी देश के अंदर ही बन पाएंगे. नए लिथियम आयन बैटरी देश के भीतर बनाने से इस पर सीमा शुल्क जिसे इंपोर्ट ड्यूटी कहते हैं वह नहीं देना होगा और इसके साथ ही साथ अन्य टैक्स इत्यादि में भी बचत होगी.
सबसे बड़ा फायदा इसे देश के अंदर मिलने वाले कीमत पर ही उपलब्ध होना होगा जिसके वजह से लिथियम आयन बैटरी की कीमत लगभग सीधा आधे के बराबर हो जाएगी.
5 लाख से 6 लाख में होंगी इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ
अगर सफल रहा सब कुछ तो मौजूदा समय में आने वाली 8 लाख से 9 लाख रुपए तक की गाड़ियां 5 लाख से 6 लाखों रुपए के बीच में आने लग जाएंगे. यह ऐसी कीमतें हैं जिसमें अभी मौजूदा गाड़ियां उपलब्ध है और लोग उसे खरीद भी रहे हैं अगर ऐसी कीमतों के भीतर गाड़ी आ जाती हैं तो भारत के द्वारा जीरो कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को जल्द ही प्राप्त कर लेने में मदद मिलेगा.