भारत सेमीकंडक्टर की दुनिया में अब तेज़ी से अपनी जगह बना रहा है। अब पहली बार भारत में 3 नैनोमीटर चिप डिज़ाइन की जाएगी — और यह चिप दुनिया की सबसे एडवांस टेक्नोलॉजी मानी जाती है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नोएडा और बेंगलुरु में जापानी कंपनी Renesas के नए डिज़ाइन सेंटर का उद्घाटन करते हुए बताया कि यह भारत के लिए मील का पत्थर है। अब तक भारत ने 7nm और 5nm तक काम किया था, लेकिन 3nm चिप डिज़ाइन करना अगली पीढ़ी की छलांग है।
भारत की बड़ी छलांग: घरेलू डिज़ाइन से लेकर मैन्युफैक्चरिंग तक
वैष्णव ने कहा कि भारत में अब डिज़ाइन, निर्माण, असेंबली, टेस्टिंग, पैकेजिंग, गैस-रसायन आपूर्ति तक पूरा सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम तैयार किया जा रहा है। यह तेज़ प्रगति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” विज़न का ही हिस्सा है।
उन्होंने यह भी बताया कि एप्लाइड मैटेरियल्स और लैम रिसर्च जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ पहले ही भारत में निवेश कर चुकी हैं, और अब Renesas की एंट्री से यह पूरा सिस्टम और मजबूत होगा।

तीन अहम समझौते भी हुए
Renesas ने C-DAC (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) और MeitY के “Chips to Startup (C2S)” प्रोग्राम के तहत दो स्टार्टअप्स से एमओयू साइन किए हैं। इसका मकसद स्टार्टअप्स को सपोर्ट देना और Make in India को मजबूत बनाना है।
🌏 दूसरी तरफ TSMC क्या कर रहा है?
TSMC (Taiwan Semiconductor Manufacturing Company) दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे एडवांस सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन कंपनी है। अभी TSMC:
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3nm चिप्स का उत्पादन कर रही है, जो Apple, Nvidia और Intel जैसी कंपनियों को सप्लाई की जाती हैं।
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TSMC ने 2nm चिप पर भी काम शुरू कर दिया है, और 2025 तक उसका उत्पादन शुरू करने की योजना है।
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कंपनी अमेरिका, जापान और जर्मनी में भी फैब्रिकेशन प्लांट खोल रही है ताकि चीन-ताइवान तनाव के कारण जोखिम कम किया जा सके।
भारत में अभी सिर्फ डिज़ाइन हो रहा है, लेकिन आने वाले वर्षों में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स भी खुलने की उम्मीद है। यानी भारत धीरे-धीरे TSMC जैसे दिग्गजों की लीग में शामिल होने की दिशा में बढ़ रहा है।




