भारत और यूएई ने अबू धाबी कस्टम्स की जनरल एडमिनिस्ट्रेशन और भारत के सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ़ इंडायरेक्ट टैक्स एंड कस्टम्स (CBIC) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता किया है, जिसका उद्देश्य कस्टम्स प्रक्रियाओं को पूरी तरह डिजिटलीकरण करना है। इस पहल से वस्तु आवागमन (cargo movement) और कस्टम्स क्लियरेंस दोनों में स्पष्ट वृद्धि होगी, जिससे व्यापार सुगमता, गति और पारदर्शिता में सुधार की उम्मीद है।
समझौते की मुख्य बातें:
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कस्टम्स प्रक्रियाओं का डिजिटलीकरण: दस्तावेज़ी प्रक्रिया को डिजिटल रूप में स्थानांतरित करना।
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दोनों देशों के कस्टम्स वर्कशॉप: इससे तकनीकी ज्ञान और अनुभव साझा होगा।
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वस्तुओं की तेज़ आवाजाही: पारंपरिक मैन्युअल प्रक्रिया से डिजिटली प्लैटफॉर्म पर स्विच होगा।
- MAITRI प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिए दोनों देशों की कस्टम्स प्रणाली को जोड़ना।
अबू धाबी कस्टम्स के DG श्री राशेद अल मानसूरी और भारत की सिस्टम एवं डेटा निदेशक श्रीमती अर्ति अग्रवाल श्रीनिवास ने वार्कशॉप के दौरान विस्तार से सहयोग पर चर्चा की। यह पहल दोनों देशों के तहत चल रहे CEPA और द्विपक्षीय व्यापारी संबंधों को और अधिक मजबूत करेगी।




