पूरी खबर एक नजर,
- गेहूं के बाद आटे भारत ने लगाई पाबंदी
- घरेलू बाजार में सुरक्षा के लिए उठाया कदम
आटे पर भी लगी पाबंदी
भारत ने गेहूं के निर्यात पर पाबंदी लगा दी थी लेकिन इसके कारण आटे का निर्यात बढ़ गया था। जिस पर काबू लगाने के लिए नए निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा घरेलू बाजार में उपलब्धता, खाद्य सुरक्षा की चिंता और महंगाई को लेकर एक और बड़ा फैसला लिया गया है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (Directorate General of Foreign Trade- DGFT) के मुताबिक अब गेहूं के आटे सहित कई उत्पादों पर पाबंदी लगा दिया है। यह पाबंदी 12 जुलाई 2022 से प्रभावी हो जाएगा।
मैदा, सूजी पर भी प्रतिबंध
निर्यात के लिए निर्यातकों को इंटर-मिनिस्ट्रियल कमिटी (Inter-Ministrial Committee On Wheat) से मंजूरी लेनी होगी। बताते चलें कि गेहूं के आटे के अलावा मैदा, सूजी (रवा) और परिणामी आटा पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। यूक्रेन रूस संकट के कारण पूरे विश्व में खाद्य पदार्थों का संकट पैदा हो गया है। इस कारण लोगों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है।