बड़ी संख्या में भारतीय कामगार जाते हैं खाड़ी देशों में
भारत से बड़ी संख्या में भारतीय कामगार नौकरी के लिए खाड़ी देशों में जाते हैं। कई बार एजेंटों की धोखेबाजी या विभिन्न कारणों से वह वहां फंस जाते हैं। बिहार के गोपालगंज के एक कामगार के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है जिसके बाद उनके परिजन डीएम, एसपी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाकर अपने बेटे को बचाने की मिन्नत कर रहे हैं।
क्या है मामला?
मिली जानकारी के अनुसार गोपालगंज के बैकुंठपुर के साफियाबाद गांव के रहने वाले वीरेंद्र सिंह के बेटे पंकज कुमार सिंह ब्याज पर पैसे लेकर यूएई के अबू धाबी में काम करने के लिए गए थे। पीड़ित के पिता ने बताया है कि गोपालगंज के एक एजेंट ने उन्हें यूएई भेजा था। पता चला है कि एजेंट ने उन्हें टूरिस्ट वीजा पर यूएई भेज दिया था। एक कंपनी में पंकज कुमार सिंह ने कुछ दिन काम भी किया था लेकिन कुछ महीने बाद उनका पासपोर्ट जब्त कर काम से निकाल दिया।
पीड़ित के पिता अब अधिकारियों के पास जाकर मदद की गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अभी तक इस मामले में ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यूएई में फंसे अपने बेटे को बचाने के लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अब बेटे से संपर्क नहीं हो पा रहा है।