Indian media nocare for Indians in KSA: सऊदी अरब के रियाद में ईरान समर्थित हाउथी विद्रोहियों के मिसाइल आसमान में नष्ट किए गए लेकिन कई मिसाइल सऊदी अरब के रियाद शहर के कई घरों में भी क्षेत्र के अंदर आ गए. यह लगातार फरवरी में दूसरी बार है जब ईरान समर्थित विद्रोहियों ने सऊदी अरब को बड़े पैमाने पर नुकसान दिया है इससे पहले आभा एयरपोर्ट पर विद्रोहियों के मिसाइल एयरक्राफ्ट को क्षतिग्रस्त कर गए थे.
भारतीय मीडिया भी इस मामले को लेकर लगातार सुर्खियां बना रही हैं और सऊदी अरब के ऊपर अपनी जबरदस्त रिपोर्टिंग की बातें कह रही हैं और यहां तक की एक्सक्लूसिव सऊदी अरब से तस्वीरें साझा करने की बात भी वह लोग अपने चैनल पर बता रहे हैं.
लगभग कई महीने से भारत सरकार के द्वारा ठोस पहल ना कर पाने या पहल में लगातार विफल होने के कारण को अब तक भारतीय मीडिया मुख्य रूप से सुर्खियों में नहीं दिखा पाई है और इसका खामियाजा भारत जैसे देश के एक बड़े तबके जिसे अक्सर आप यहां प्रवासी कामगार कहते हैं वह भगत रहा है.
भारत के तरफ से ठोस वार्तालाप कोशिश के ना होने के वजह से सऊदी अरब में नौकरी करने वाले लाखों भारतीय प्रवासी काफी परेशान है. भारत भले ही बड़े पैमाने पर सऊदी अरब के साथ एक मैत्रीपूर्ण संबंध वैक्सीन दोस्ती इत्यादि के जरिए दिखा रहा हो लेकिन जमीनी स्तर पर भारतीय प्रवासियों की नहीं तो सऊदी अरब के मंत्रालय सुन रहे हैं और ना ही भारतीय मंत्रालय इस पर विशेष ध्यान दे पा रही हैं.
मीडिया खासकर भारतीय मीडिया की बात करना इस मुद्दे पर बेमानी होगी क्योंकि इस वक्त भारतीय मीडिया वह कोई भी चीज जो सरकार की विफलता से जुड़ी हुई हो को दिखा पाने का हौसला नहीं रखती है. भारतीय मीडिया के जिम में केवल धर्म खतरे में है इत्यादि जैसे विषय रह गए हैं.