मिशन होप की मदद से ओमान में फंसा भारतीय महिलाओं को बचा रहा है
ओमान में फंसी भारतीय महिलाओं को बचाने के लिए सरकार की ओर से मिशन होप की शुरुआत की गई है। इसकी सबसे पहली मदद से वहां पर भारतीय महिलाओं का आवंटन किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी कड़ी में जालंधर के फिल्लौर गांव की 43 साल की महिला भी भारत लौट आई हैं और उन्होंने नौकरी के नाम पर दी जाने वाली शोधपत्रों की जो कहानी सुनी है वह प्रत्यक्ष में दिल दहलाने वाली है।
एजेंट ने धोका दिया
महिला ने बताया कि उसके एजेंट ने उसके साथ धोखाधड़ी की और उसे अच्छी सैलरी का वादा कर विदेश भेज दिया था। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ बल्कि उन्हें एक कमरे में बंद रखा गया और खाना नहीं दिया गया।
6 दिन तक बिना अन्न के रही महिला
महिला ने बताया कि उनके साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जाता था। उन्होंने बताया कि 1 बार 6 दिन तक 1 अंक का दाना भी उनके हलक में नहीं गया था। इस दौरान वह केवल पानी पीकर अपना जीवन बचा पाया था। उन्होंने कहा कि अच्छी नौकरी का वादा कर मार्च में उन्हें ओमान गया था।
पीड़िता के एजेंट ओमान समझौते के लिए वे 70,000 रुपये के लिए थे और ओमान पहुंचने के बाद स्थानीय एजेंट ने उन्हें एक परिवार को कुछ लाख रुपए में बेच दिया। ओमान से बचाई गई महिलाओं का कहना है कि यह उनके लिए दूसरा जीवन मिलन जैसा है।