हाल ही में एक यात्री के अनुभव ने IndiGo और Qatar Airways में सेवा की खामियों और जवाबदेही की कमी को उजागर किया है। यात्रा में लगातार देरी, भ्रम और लापरवाही देखने को मिली, जिससे यात्रियों में निराशा और सवाल खड़े हो गए कि कैसे दो प्रमुख एयरलाइंस ऐसी स्थिति होने देती हैं।
चेक-इन प्रक्रिया में अराजकता
यात्रा की शुरुआत चेक-इन काउंटर पर लंबी कतारों से हुई, जहां सीमित स्टाफ के कारण बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों को घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ी। कई यात्रियों ने यह भी शिकायत की कि उन्हें परिवार के सदस्यों के साथ बैठने की सुविधा तब तक नहीं मिली जब तक उन्होंने विशेष अनुरोध नहीं किया।
देरी और कमजोर संचार
बोर्डिंग के समय और भी अराजकता देखी गई। यात्रियों को आपातकालीन प्रस्थान का भ्रम देकर इमिग्रेशन और सुरक्षा जांच में जल्दी से जल्दी भेजा गया। इसके बावजूद, फ्लाइट एक घंटे से अधिक देर से चली, और एयरलाइन स्टाफ ने सही सूचना या स्पष्टीकरण नहीं दिया।
भारत में बैगेज की लापरवाही
भारत पहुंचने पर यात्री ने देखा कि उनका चेक्ड बैगेज, साथ ही 20 अन्य यात्रियों का सामान, जानबूझकर पीछे छोड़ दिया गया था। बैगेज समय पर नहीं पहुँचना इस बात पर सवाल खड़े करता है कि एयरलाइंस इतने उच्च किराए लेने के बावजूद बैगेज प्रबंधन में कितनी गंभीर हैं।
दोहा से वापसी यात्रा में खोई कैरी-ऑन बैग्स
वापसी यात्रा और भी खराब रही। ग्राउंड स्टाफ ने दो कैरी-ऑन बैग्स जबरदस्ती ले लिए, जिनमें कीमती सामान और हार्ड ड्राइव थी, लेकिन बैगेज टैग जारी नहीं किया गया। लैंडिंग के बाद बैग्स गायब थे और यात्रियों के पास उचित दावा दर्ज कराने का कोई तरीका नहीं था।
एयरलाइंस की जवाबदेही पर सवाल
जब स्टाफ से पूछा गया, तो कथित रूप से उन्होंने कहा कि ऐसे घटनाएं अक्सर होती हैं और छोटे विमान को इसका कारण बताया। यह बड़ा सवाल खड़ा करता है कि क्या यह सरल लापरवाही है या संभावित चोरी, और ऐसी प्रथाओं को कैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस में सहन किया जा सकता है।




