केरल के तेज गेंदबाज के.एम. आसिफ के जीवन को जानकर आपकों बड़ी हैरानी होगी। उनकी जीवन किसी बॉलीवुड फिल्म की स्क्रीप्ट से कम नहीं है। केरल के पांच परिवारों के लोगों के सदस्यों के साथ के.एम. आसिम एक छत के नीचे रहते है। वह बीते काफी लंबे समय से उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में एक दुकान चलाते थे।
वह अपने परिवार के साथ काफी कठिन जीवन जी रहे थे। उन्होंने परिवार को अच्छा जीवन देने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन असफल रहे। असफल और निराश होकर, वह एक अच्छे बॉलर है, इसलिए केरल क्रिकेट टीम में मिले एक ऑफर के तहत वापस देश लौट आए। यह मौका उनके जीवन का सबसे बड़ा मौका बन गया और आसिफ अब इंडियन प्रीमियर लीग खेलने के लिए यूएई लौटे है।
बता दे आसिफ ने पहली बार चार साल पहले दुबई में एंट्री की थी। इस दौरान वह दुबई की सड़कों पर नौकरी की तलाश में काफी घुमें थे। उनके पिता एक मजदूर थे और उनकी माँ एक हाउस वाइफ थीं। उसका भाई मानसिक रूप से विकलांग है, और उसकी बहन के ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी आवश्यक है। ऐसे में के.एम, आसिफ पूरे परिवार की एकमात्र उम्मीद थे।
इसलिए आसिफ़ के लिए दुबई आना और अपने परिवार की समस्याओं का हल ढूंढना एकमात्र रास्ता था। ऐसे में 23 साल की उम्र में वह यूएई आ गए। लंबी मश्कत के बाद उन्हें दुबई में एक दुकान पर स्टोरकीपर की नौकरी मिली। इस दौरान भी उनका क्रिकेट प्रेम वह नहीं छोड़ पाए और एक दिन वापस केरन क्रिकेट टीम में लौट गए।
आसिफ की कच्ची गति ने वायनाड जिले में तेज गेंदबाजों के लिए ट्रायल के दौरान ऑस्ट्रेलियाई स्पीडस्टर जेफ थॉमसन का ध्यान आकर्षित किया। यहां तक कि उन्होंने शॉर्टलिस्ट भी किया, लेकिन इससे भी आगे, आसिफ के क्रिकेट सपने चकनाचूर हो गए, जब लिस्ट में उनका नाम नहीं आया।
क्रिकेट में निराश होकर वह एक बार फिर दुबई लौट आए और काम करने लगे। UAE के राष्ट्रीय परीक्षणों में, पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज, कोच अकीब जावेद, आसिफ की गति से प्रभावित थे और उन्हें नौकरी के लिए सिफारिश की थी। लेकिन जब से वह अपने पिछले अनुबंध को पूरा नहीं करने के लिए ब्लैकलिस्ट किया गया था तब वह फिर फंस गए और ये मौका भी उनके हाथ से चला गया।
लंबी मश्कत के बाद केरल टीम में एक बार फिर जगह बनाई, जहां एल शिवरामकृष्णन ने उनकी प्रतिभा पर ध्यान दिया। एस दौरान पूर्व भारतीय लेग स्पिनर ने आसिफ को चेन्नई सुपर किंग्स के लिए उनका नाम आगे किया। आसिफ ने 2018 में 4 मिलियन रुपये (आज की दर पर Dh200,000 के आसपास) का कॉन्ट्रकेट किया और उसी वर्ष अपनी शुरुआत की। पदार्पण वह भूल जाने की संभावना नहीं है। आसिफ़ इतना परेशान था कि वह पुणे में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ मैच से पहले सो नहीं सका।
इसके बाद इस साल के IPL 2020 में आसिफ ने एक बार फिर दुबई वापसी की, लेकिल इस बार उन्हें देखने के लिए दुनिया भर के देशों की करोड़ों आंखे है। करोड़ों की संख्या में लोग उन्हे जानते है। ये है आसिफ का फर्श से अर्श तक का सफर, जिसमे वो कई बार टूटे, लेकिन फिर खड़े हुए। कहते है ना कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती…आसिफ इसकी बड़ी मिसाल है।GulfHindi.com