भारत में अक्षय ऊर्जा और थर्मल पावर सेक्टर में तेजी से विस्तार कर रही JSW Energy ने हाल ही में कई महत्वपूर्ण अधिग्रहण किए हैं। कंपनी ने O2 Power, Hetero Group और KSK Mahanadi जैसी बड़ी संपत्तियों को खरीदा है, जिससे इसकी कुल उत्पादन क्षमता में भारी इजाफा हुआ है। अब कंपनी अपने 20 GW (गिगावॉट) के लक्ष्य को 2028 तक ही पूरा कर लेगी, जो पहले 2030 तक तय किया गया था।
कंपनी ने अपनी विकास रणनीति में बड़ा बदलाव करते हुए ऑर्गेनिक ग्रोथ (नए प्रोजेक्ट्स बनाना) से ज्यादा इनऑर्गेनिक ग्रोथ (मौजूदा परियोजनाओं का अधिग्रहण) पर ध्यान केंद्रित किया है। JSW Energy के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) प्रीतेश विनय के अनुसार, “अब हमारी प्राथमिकता नए प्रोजेक्ट्स बनाने की बजाय उन परियोजनाओं का अधिग्रहण करना है जो पहले से तैयार हो चुकी हैं या निर्माणाधीन हैं।”
तेजी से बढ़ रही है JSW Energy की क्षमता
JSW Energy की मौजूदा और निर्माणाधीन क्षमता को देखते हुए, कंपनी 2028 तक 20 GW से ज्यादा क्षमता हासिल करने की स्थिति में होगी।
अभी की स्थिति और भविष्य की योजनाएं:
✅ 2024 तक: कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता 14 GW तक पहुंच जाएगी।
✅ 7.8 GW निर्माणाधीन परियोजनाएं हैं, जिनमें से कई अगले कुछ वर्षों में चालू हो जाएंगी।
✅ 3.9 GW के लिए Power Purchase Agreements (PPA) साइन किए गए हैं।
✅ 6-7 GW क्षमता के लिए LOI (Letter of Intent) प्राप्त हो चुके हैं।
✅ कुल मिलाकर, 2028 तक कंपनी 20 GW का आंकड़ा पार कर लेगी।

बड़े अधिग्रहण और विस्तार योजनाएं
1. O2 Power (4,696 MW) – ₹12,468 करोड़ में खरीदा
JSW Energy ने O2 Power की 4,696 MW अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को अधिग्रहित किया है।
- पहला चरण: 2.3 GW (जून 2025 तक)
- दूसरा चरण: 2.4 GW (जून 2027 तक)
- यह भारत की सबसे बड़ी रिन्युएबल एनर्जी डील्स में से एक है।
2. Hetero Group (125 MW) – ₹630 करोड़ में सौदा
- Hetero Labs और Hetero Drugs से 125 MW पवन ऊर्जा परियोजनाएं खरीदी गई हैं।
3. KSK Mahanadi Power (3,600 MW) – ₹16,000 करोड़ में अधिग्रहण
- छत्तीसगढ़ स्थित KSK Mahanadi Power कंपनी का यह 3,600 MW का थर्मल पावर प्लांट अभी 1,800 MW चालू है।
- बाकी 1,800 MW का विस्तार करने की योजना है।
4. पश्चिम बंगाल में 1,600 MW की नई कोयला-आधारित बिजली परियोजना
- West Bengal State Electricity Distribution Co. से 1,600 MW के नए कोयला-आधारित बिजली संयंत्र (Supercritical/Ultra Supercritical) के निर्माण का ठेका मिला है।
ग्रीन एनर्जी पर बढ़ता फोकस
JSW Energy अब हरित ऊर्जा (Green Energy) की ओर तेजी से बढ़ रही है।
🌱 इस समय कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता का 70% हरित ऊर्जा से और 30% थर्मल पावर से आ रहा है।
🏭 भविष्य में अधिकांश नई परियोजनाएं अक्षय ऊर्जा स्रोतों (सौर और पवन ऊर्जा) पर आधारित होंगी।
कंपनी हाइब्रिड पावर प्लांट्स, एनर्जी स्टोरेज, और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे नए ऊर्जा स्रोतों में भी निवेश कर रही है।
मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की योजना
JSW Energy अब अपनी पवन टरबाइन ब्लेड और सोलर मॉड्यूल निर्माण इकाई स्थापित करने की योजना बना रही है।
- कंपनी तीसरे पक्ष (थर्ड पार्टी) को उपकरण बेचने के बजाय खुद के लिए उत्पादन करेगी ताकि उसकी सप्लाई चेन में जोखिम कम हो।
- 2023 में, सोलर पैनल की कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट के कारण इस योजना को रोक दिया गया था, लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया गया है।
2030 तक 40 GW स्टोरेज क्षमता का लक्ष्य
🔋 JSW Energy की योजना 2030 तक 40 GW ऊर्जा भंडारण (Energy Storage) क्षमता विकसित करने की है।
💡 कंपनी बैटरी स्टोरेज और Pumped Hydro Storage जैसे समाधानों पर भी काम कर रही है।




