कानपुर जिले के साढ़ थाना क्षेत्र में भदेउना गांव के निकट शनिवार को सवारियों से भरी एक ट्रैक्टर-ट्राली के तालाब में गिर जाने से कम से कम 26 लोगों की मौत हो गयी जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।
मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। जिलाधिकारी (डीएम) विशाख जी अय्यर ने शनिवार देर रात ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि अब तक मरने वालों की संख्या 26 हो गयी है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों को बचाव अभियान चलाने और पीड़ितों की हर संभव सहायता सुनिश्चित करने को कहा गया है। जिलाधिकारी ने कहा, “दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच जारी है।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेताओं ने इस हादसे पर दुख प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्परता से राहत और बचाव कार्य के निर्देश दिए हैं और लोगों से अपील की है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों एवं माल ढुलाई के लिए ही करें, इससे सवारियों की ढुलाई कदापि न करें।
मोदी ने ट्वीट किया, ” कानपुर के ट्रैक्टर ट्राली हादसे से बहुत दुख हुआ। इस हादसे में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावितों को सभी संभव सहायता प्रदान कर रहा है।” एक अन्य प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि फतेहपुर के चंद्रिका देवी मंदिर में आयोजित एक मुंडन समारोह में शामिल होने के बाद लगभग 50 व्यक्तियों को लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉली घाटमपुर जा रही थी जो रास्ते में पलटकर तालाब में गिर गयी। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने बड़ी संख्या में एंबुलेंस बुलाई और सभी हताहतों को भीतरगांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा।
एक चश्मदीद ने पत्रकारों को बताया कि वह दर्जनों अन्य लोगों के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंचा और उनसभी ने पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की चीखें सुनीं। चश्मदीद के अनुसार वे लोग तुरंत पानी में कूद गए और किसी तरह उन्हें बाहर निकालने में कामयाब रहे और उनमें से कई को मृत पाया। गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य संजय काला ने मीडियाकर्मियों को बताया कि कई घायलों को लाला लाजपत राय (एलएलआर) अस्पताल में ले जाने का सुझाव दिया गया जहां उनका इलाज किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य के निर्देश दिये हैं। लखनऊ में जारी एक सरकारी बयान के अनुसार योगी आदित्यनाथ खुद मामले की निगरानी कर रहे हैं।
उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश सचान और अजीत पाल को मौके पर जाकर राहत कार्यों में तेजी लाने की जिम्मेदारी सौंपी है। सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किये गये ट्वीट को रीट्वीट किया जिसमें कहा गया है कि ”उत्तर प्रदेश में लगातार ट्रैक्टर ट्रॉली से परिवहन चालू है और परिवहन विभाग बेखबर है तथा लगातार मासूमों की जानें जा रहीं हैं।” मृतकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए सपा ने कहा है कि सरकार प्रत्येक मृतक परिजनों को 50 लाख और घायलों को पांच लाख का मुआवजा दे तथा घायलों का इलाज कराया जाए।
बसपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने ट्वीट में कहा कि ” उत्तर प्रदेश में फतेहपुर चन्द्रिका देवी मंदिर से लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्राली के कानपुर में पलट कर तालाब में गिर जाने से 26 लोगों की मौत एवं अन्य कई लोगों के घायल होने की खबर अति-दुःखद। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। सरकार उन सभी की यथाशीघ्र समुचित मदद करे।”
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी हादसे पर दुख प्रकट करते हुए एक ट्वीट में कहा , ”कानपुर में हुई सड़क दुर्घटना अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं एवं ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। प्रभु श्रीराम पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान व परिजनों को संबल प्रदान करें।ओम शांति।” गौरतलब है कि इस सप्ताह की शुरुआत में उप्र की राजधानी लखनऊ के बाहरी इलाके में इसी तरह के एक हादसे में दस लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 37 अन्य घायल हो गए थे। लखनऊ का हादसा भी ट्रैक्टर-ट्राली के अनियंत्रित होकर पलट जाने से हुआ था।