कुवैत इंटरनेशनल फेयर कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट अब्दुल रहमान अल नसर ने दावा किया है कि कुवैत के कुल कोरोना पॉज़िटिव केस में भारतीयों की संख्या सबसे ज़्यादा है। उन्होंने एक ट्वीट के ज़रिए जानकारी देते हुए कहा कि कुवैत में 1658 कोरोना पॉज़िटिव केस हैं, जिनमें भारतीयों की संख्या 924 है।
इस आंकड़े को एक ग्राफ के ज़रिए पेश करते हुए उन्होंने कहा कि कुवैत में कोरोना मरीजों के साथ धर्म और नागरिकता के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा रहा। तमाम कोरोना पॉज़िटिव भारतीयों का यहां के बेहतरीन अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि यही इंसाफ़ है।
अल नसर के इस ट्वीट को भारत में भी जमकर शेयर किया जा रहा है, साथ ही इसकी तुलना भारत में कोरोना को धार्मिक रंग दिए जाने से भी की जा रही है। लोगों का कहना है कि भारत में कुछ जमाती कोरोना पॉज़िटिव पाए गए तो पूरे मुस्लिम समाज को कटघरे में खड़ा कर दिया गया। भारत में कोरोना के लिए मुसलमानों को ज़िम्मेदार बता दिया गया। जबकि कुवैत में इसके उलट देखने को मिला।
वहां कोरोना पॉज़िटिव केस में सबसे ज़्यादा तादाद भारतीयों की है, लेकिन इसके बावजूद ना तो वहां की सरकार, ना मीडिया और ना ही आम लोगों ने भारतीयों को इसके लिए ज़िम्मेदार बताया। वहां भारतीयों के ख़िलाफ़ कोई आक्रोश भी देखने को नहीं मिला, जैसा कि भारत में मुसलमानों को ख़िलाफ़ इन दिनों में देखना को मिला ही।
बता दें कि भारत में जब कुछ जमातियों के कोरोना पॉज़िटिव केस आए तो यहां का मीडिया पूरी तरह बेलगाम हो गया। उसने मुसलमानों के ख़िलाफ़ अपने एजेंडे को साधने के लिए जमातियों को मानव बम बताना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर इसे कोरोना जिहाद का नाम दिया जाने लगा, जिसका सत्तारूढ़ बीजेपी के कुछ नेताओं ने भी समर्थन किया। लेकिन कुवैत ने कोरोना के मामले में जो नज़ीर पेश की वो भारत के लिए किसी सबक से कम नहीं है।
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने कुवैत के इस कदम की सराहना करते हुए इसकी तुलना भारत में कोरोना के नाम पर मुसलमानों को निशाना बनाए जाने से की है। यूनाइटेड नेशंस डेवलपमन्ट प्रोग्राम में काम करने वाले विक्रम सिंह चौहान ने फ़ेसबुक के ज़रिए लिखा,
“इस्लामिक देश कुवैत में 1658 कोरोना पॉजिटिव है,इनमें से 924 भारतीय हैं। लेकिन कुवैत की सरकार ने न भारतीयों को जिम्मेदार ठहराया, न उनके खिलाफ देश के लोगों ने कैम्पेन चलाया न वहाँ की मीडिया ने ‘इंडियन ने कोरोना फैलाया ‘ऐसे न्यूज़ चलाया।वे वहाँ बेस्ट इलाज पा रहे हैं,सरकार उनके सभी खर्च वहन कर रही है। वर्तमान में कुवैत जैसे खाड़ी देश के सामने हम कितने छोटे नज़र आ रहे हैं।”
वहीं कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने ट्वीट कर लिखा, “शुक्रिया कुवैत। कुवैत में 1658 कोरोना पॉजिटिव मामलों में से 924 भारतीय हैं जिनमें से अधिकांश गैर-मुस्लिम हैं, लेकिन किसी भी कुवैती ने उन्हें वायरस फैलाने के लिए दोषी नहीं ठहराया है। वे मुफ्त और सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा उपचार प्राप्त कर रहे हैं। अस्पतालों में भर्ती करने के लिए कोई उन्हें मना नहीं कर रहा। न मीडिया ट्रायल, न नफ़रत!”GulfHindi.com