एक नजर पूरी खबर
- केरल से यूएई जा रहे निखिल और कुछ लोगों की उम्मीदों पर एयरलाइन ने फेरा पानी
- बोर्डिंग से कुछ मिनटों पहले नहीं दी उड़ान की इजाजत
- केरल में फंसे हुए मेडिकल छात्र का परिवार शारजाह में कर रहा है इंतजार
पिछले सप्ताह दुबई द्वारा जारी किए गए एक पर्यटक वीजा पाने वाले पहले भारतीय निहाल मुबारक बेहद खुश थे। वह पर्यटक वीजा पर यूएई अपने माता-पिता और भाई-बहन से मिलने जा रहे थे। ऐसे में बिल्कुल अंत छोर पर पहुंच कर कोविड-19 के तहत लागू नियमों का हवाला देते हुए उड्डयन विभाग ने उन्हें भारत वापिस भेज दिया।
हालांकि, केरल में फंसे हुए मेडिकल छात्र और शारजाह में उनके परिवार ने कभी सोचा नहीं था कि उनके साथ ऐसा कुछ होगा। दरअसल निहाल और एक अन्य सहयात्री शमना कासिम, एक युवा फार्मासिस्ट, जो संयुक्त अरब अमीरात में अपने पति और परिवार में शामिल होने के लिए उड़ान भर रही थी, इन सभी को कालीकट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से दुबई जाने के लिए उड़ान भरने से कुछ मिनटों पहले ही उतार दिया गया।
इस मामले पर उन्होंने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए बताया कि उन्होंने वीजा मंजूरी मिलने के बाद अपने परिवार को इसकी खुशखबरी दी थी। निहाल ने कहा कि अगर उन्हें बोर्डिंग पास जारी किया गया था और आव्रजन मंजूरी स्टैम्प प्राप्त हुई तो उन्हें जाने की इजाजत क्यो नहीं दी जा रही है। हालांकि, जब वह बोर्डिंग गेट के वेटिंग लाउंज में थे, उस दौरान एयरलाइन के कर्मचारियों ने निहाल और सह-यात्री शमन्ना को बताया, जो पर्यटक वीजा पर यात्रा करने के लिए आए है, वह लोग इस दौरान यात्रा नहीं कर सकते। इसके लिए उन्होंने कोविड-19 के तहत लागू नियमों का हवाला दिया।
हैरान करने वाली बात यह है कि यह पूरा वाक्या फ्लाइट में सवार होने से कुछ मिनट पहले ही हुआ। आव्रजन अधिकारियों ने अचानक एयरलाइन कर्मचारियों को सूचित किया कि वे हमें उड़ान भरने की अनुमति नहीं दे सकते और इसके बाद हमें फ्लाइट में जाने की इजाजत नहीं मिली।
बता दे कोरोनाबंदी के कारण कई देशों के बीच इन दिनों वीजिट वीजा पर यात्रा करने पर पाबंदी लगाई गई है। इसके साथ ही बिना किसी जरूरी काम के एक देश से दूसरे देश जाने पर भी पाबंदी है। इसके साथ ही कई कोविड स्वास्थ्य रूल के तहत ही लोगो की आवाजाही तय की जा रही है।GulfHindi.com