कुवैत की सेना और सरकारी एजेंसियों ने जनता को उस वक्त आश्वस्त किया, जब सोशल मीडिया पर देश के हवाई क्षेत्र में बैलिस्टिक मिसाइलों और कथित सैन्य गतिविधियों की खबरें तेज़ी से फैलने लगीं. कुवैत सेना के जनरल स्टाफ ने एक आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया कि जिन मिसाइलों की बात की जा रही है, वे “बहुत ऊंची ऊंचाई पर और कुवैत के हवाई क्षेत्र से बाहर” उड़ रही थीं, और इससे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है.
सही जानकारी के लिए आधिकारिक स्त्रोतों पर भरोसा करें
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि चिंता की कोई बात नहीं साथ ही नागरिकों से आग्रह किया गया कि वे सही जानकारी के लिए केवल आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करें. कुवैत नेशनल गार्ड ने भी इन दावों का खंडन किया कि उसकी सेनाएं देश के आसमान में कोई सैन्य अभियान चला रही हैं. नैतिक मार्गदर्शन निदेशालय (Moral Guidance Directorate) ने स्पष्ट किया कि गार्ड रक्षा और आंतरिक मंत्रालयों के साथ समन्वय में अपनी नियमित सुरक्षा और रक्षा जिम्मेदारियों का पालन कर रहा है और किसी भी तरह के असाधारण हवाई अभियान नहीं चलाए जा रहे हैं.
सभी प्रकार की आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार
कुवैत अग्निशमन बल (Kuwait Fire Force – KFF) ने सभी प्रकार की आपात स्थितियों—जैसे रासायनिक, जैविक, विकिरणीय और परमाणु खतरों—से निपटने के लिए अपनी चौबीसों घंटे की तत्परता को दोहराया. केएफएफ के जनसंपर्क और मीडिया निदेशक ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद अल गरीब ने बताया कि संवेदनशील क्षेत्रों जैसे भूमि, समुद्र और हवाई अड्डों की सुरक्षा के लिए उन्नत डिटेक्शन तकनीक, विशेष टोही वाहन और सुरक्षात्मक सूट का उपयोग किया जा रहा है.
कुवैत के कृषि और मत्स्य संसाधन प्राधिकरण ने क्षेत्रीय खाद्य सुरक्षा पर चर्चा के लिए जीसीसी देशों के साथ एक आपात बैठक की. प्राधिकरण के महानिदेशक सालेम अलहई ने बढ़ते वैश्विक दबावों के बीच टिकाऊ खाद्य और जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग, नवाचार और ज्ञान साझा करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
ईरान में कुवैती नागरिकों को यात्रा से जुड़ी कोई समस्या नहीं
इज़राइली हमलों के बाद क्षेत्रीय तनाव बढ़ने के बीच, कुवैत में ईरानी राजदूत मोहम्मद टोटोंजी ने स्थिति को शांत करने का प्रयास किया. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने आश्वासन दिया कि ईरान में मौजूद कुवैती नागरिकों को यात्रा से जुड़ी कोई समस्या नहीं है और साथ ही उन्होंने तेहरान की शांतिपूर्ण पड़ोसी संबंधों के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया.
ईरानी संप्रभुता का कोई भी उल्लंघन सख्त जवाब को आमंत्रित करेगा
ईरानी राजदूत मोहम्मद टोटोंजी ने इन हमलों की कड़ी निंदा करते हुए इसके लिए सीधे तौर पर इज़राइल और अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिका को ज़िम्मेदार ठहराया. उन्होंने चेतावनी दी कि ईरानी संप्रभुता का कोई भी उल्लंघन सख्त जवाब को आमंत्रित करेगा. टोटोंजी ने कहा, “हमने हमेशा अपने पड़ोसियों की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया है और क्षेत्र में संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.” उन्होंने हालिया हमलों के मानवीय परिणामों पर भी चिंता जताई.
वहीं, वियना में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की आपातकालीन बैठक में निदेशक-जनरल राफेल ग्रॉसी ने पुष्टि की कि ईरान की नतान्ज़ परमाणु सुविधा के बाहर किसी प्रकार का रेडियोलॉजिकल प्रभाव नहीं पाया गया है. उन्होंने यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड के संपर्क से आंतरिक प्रदूषण के संभावित खतरों की चेतावनी दी और तकनीकी पारदर्शिता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि स्थिति की गंभीरता को रोका जा सके और तनाव में और वृद्धि न हो.




