कुवैत की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने भारत के मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक ब्यूरो और इराक के मनी लॉन्ड्रिंग व आतंकी वित्तपोषण ब्यूरो के साथ सूचना साझाकरण और वित्तीय खुफिया सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से दो अलग-अलग समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं। ये समझौते Egmont Group के वैश्विक सम्मेलन के बाद हुए हैं, जो दुनिया भर की वित्तीय खुफिया इकाइयों का एक प्रतिष्ठित संगठन है।
कुवैत FIU के प्रमुख हमद अल-मेकरद ने कुवैत समाचार एजेंसी (KUNA) को बताया “यह समझौता भारत और कुवैत की पारदर्शिता और सहयोग बढ़ाने की संयुक्त प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वर्तमान में वित्तीय अपराधों की बढ़ती चुनौतियां अधिक सूचनाओं के आदान-प्रदान और साझेदारी की मांग करती हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग का दायरा बढ़ाना, जानकारी साझा करने की दक्षता को वैश्विक मानकों के अनुसार सुदृढ़ बनाना, तकनीकी विश्लेषण क्षमताओं को मज़बूत करना और वित्तीय खुफिया साझेदारों के साथ गहन सहयोग स्थापित करना हमारी प्राथंमिकता है।
कुवैत-इराक सहयोग
कुवैती और इराकी वित्तीय इकाइयों के बीच सहयोग पहले से ही मजबूत था, और यह नया समझौता इस संबंध को और प्रगाढ़ करेगा। अल-मेकरद ने कहा, “यह समझौता द्विपक्षीय सूचना प्रवाह को सरल बनाने और साझा वित्तीय अपराधों से प्रभावी रूप से निपटने के लिए अहम भूमिका निभाएगा।”
वैश्विक वित्तीय पारदर्शिता की ओर कदम
इन समझौतों के माध्यम से कुवैत ने यह स्पष्ट किया है कि वह
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वैश्विक वित्तीय प्रणाली की पारदर्शिता को प्राथमिकता दे रहा है
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अवैध वित्तीय लेन-देन, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है
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FATF और Egmont Group जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों की गाइडलाइनों का पालन करते हुए तकनीकी और खुफिया सहयोग को बढ़ा रहा है।





