कतर की नेशनल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी (NCSA) को प्रतिष्ठित WSIS 2025 पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान एजेंसी के Cybersecurity Curriculum Project को “ALC10: Ethical Dimensions of the Information Society” श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त होने पर प्रदान किया गया।
पुरस्कार समारोह और प्राप्तकर्ता
-
पुरस्कार 7 जुलाई 2025 को स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा में आयोजित आधिकारिक समारोह के दौरान प्रदान किया गया।
-
यह सम्मान एजेंसी के अध्यक्ष के सलाहकार, अब्दुल्ला अल सैयद ने ग्रहण किया।
अब्दुल्ला अल सैयद ने कहा कि “इस पुरस्कार के पीछे हमारी सतत और समर्पित प्रयास हैं, जिनका उद्देश्य है समाज के हर वर्ग में साइबर क्षमताओं को मजबूत करना और सुरक्षित साइबरस्पेस का निर्माण करना।” उन्होंने आगे कहा कि “Cybersecurity Curriculum Project के ज़रिए हमारा लक्ष्य है ऐसा समाज बनाना जो तकनीकी प्रगति के साथ आने वाली चुनौतियों का सुरक्षित और जागरूकता-युक्त सामना कर सके — और कतर को साइबर सुरक्षा के वैश्विक नेतृत्व में स्थापित कर सके।” उन्होंने इस उपलब्धि में सहयोग देने के लिए शिक्षा और उच्च शिक्षा मंत्रालय व पूरी परियोजना टीम को धन्यवाद भी दिया।
साइबर सुरक्षा रणनीति एवं नीति विभाग के सहायक निदेशक दालाल अल अकीदी ने कहा कि “यह वैश्विक पुरस्कार हमारे लिए एक बड़ी सफलता है। हमारा प्रोजेक्ट पाँच अन्य अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं के साथ प्रतिस्पर्धा में रहा और 15,000 से अधिक वैश्विक वोट प्राप्त किए।”
प्रोजेक्ट का कार्यान्वयन और पहुंच (2024–2025)
-
214 सरकारी विद्यालय
-
178 निजी विद्यालय
-
39 सामुदायिक स्कूल
-
2 विशेष आवश्यकता वाले छात्रों के विद्यालय
-
500 अभिभावकों तक पहुंच
-
कुल लाभार्थी: 2.8 लाख+ छात्र, 353 शिक्षक प्रशिक्षित
प्रमुख विषय-वस्तु और उपलब्धियां
-
सुरक्षित ब्राउज़िंग के मूल सिद्धांत
-
व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा
-
ऑनलाइन जोखिम और मैलवेयर से बचाव
-
डिजिटल सुरक्षा और साइबर सुरक्षा की बुनियादी जानकारी
-
इंटरनेट की लत जैसे नकारात्मक डिजिटल व्यवहारों पर जागरूकता
अंतरराष्ट्रीय मान्यता
-
Cybersecurity Education Excellence Award — स्विस साइबरसिक्योरिटी इंस्टिट्यूट
-
UNESCO Global Education Monitoring Report में विशेष उल्लेख
-
International Day for Education पर HundrED Institute द्वारा मान्यता
प्रोजेक्ट के उद्देश्य
-
खासकर बच्चों और युवाओं में डिजिटल नागरिकता की समझ को बढ़ाना
-
ICT (सूचना एवं संचार तकनीक) का जिम्मेदार, नैतिक और सुरक्षित उपयोग सिखाना
-
सार्वजनिक जागरूकता को बढ़ावा देना और डिजिटल साक्षरता को समावेशी बनाना




