कुवैत के गृह मंत्रालय ने मानव तस्करी और वीज़ा धोखाधड़ी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक वर्क वीज़ा घोटाले का भंडाफोड़ किया है। इसमें एक कुवैती नागरिक शामिल है, जिसने दर्जनों फर्जी कंपनियों के ज़रिए प्रवासी कामगारों के लिए अवैध रूप से वीज़ा जारी किए।
अरबी अखबार अल-क़बास की रिपोर्ट के मुताबिक, यह नागरिक 25 कंपनियों और 4 फर्जी संस्थाओं के नाम पर लोगों को नौकरी देने का झांसा देता था, जबकि असल में उन कंपनियों का कोई अस्तित्व नहीं था। इस व्यक्ति ने कंपनियों की ओर से दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करने का कानूनी अधिकार हासिल कर रखा था और इसी का दुरुपयोग कर वह वीज़ा बेचने का धंधा कर रहा था।
एक गुप्त सूचना के आधार पर जब जांच हुई तो पाया गया कि 56 प्रवासी कामगार इन कंपनियों के नाम पर पंजीकृत थे। इनमें से कई ने कुवैत के वीज़ा और निवास नियमों का उल्लंघन किया था। पूछताछ में आरोपी ने माना कि वह वीज़ा के बदले 350 कुवैती दिनार (लगभग ₹94,000) से लेकर 1,200 दिनार (₹3.2 लाख) तक वसूलता था। उसने यह भी बताया कि यह काम वह एक सीरियाई और एक भारतीय दलाल के जरिए करता था।
गृह मंत्रालय ने कहा कि यह मामला देश में जारी वीज़ा तस्करी की गंभीरता को दर्शाता है और निवास एवं श्रम परमिट की निगरानी प्रणाली को सख्त करने की आवश्यकता को उजागर करता है।




