कुवैत ने अपनी दया और वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण प्रस्तुत किया है. कुवैत ऑयल टैंकर कंपनी (KOTC) द्वारा संचालित ऑयल प्रोडक्ट्स टैंकर अल-दसमा (Al-Dasma) ने भूमध्य सागर में एक संकटपूर्ण स्थिति में फंसे 40 शरणार्थियों को बचाकर एक महत्वपूर्ण मानवीय मिशन को सफल बनाया.
मंगलवार की शाम जब टैंकर मिस्र की ओर जा रहा था, उसे एक दर्जनों शरणार्थियों से भरी हुई नाव दिखी जो खराब हो चुकी थी और जिसमें खाने का सामान और पानी का भंडार समाप्त हो गया था. जैसे ही यह जानकारी मिली, अल-दसमा ने मिस्र की खोज और बचाव प्राधिकरण (Egyptian Search and Rescue Authority) और KOTC मुख्यालय के साथ समन्वय करते हुए तुरंत अपना मार्ग बदला और फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित रूप से टैंकर पर चढ़ाया.
कुवैत ऑयल टैंकर कंपनी (KOTC) द्वारा संचालित ऑयल प्रोडक्ट्स टैंकर ‘अल-दसमा’ (Dasma) ने भूमध्य सागर में संकट में फंसे 40 शरणार्थियों को बचाने के बाद अपनी यात्रा जारी रखी और गुरुवार को मिस्र के पोर्ट सईद (Port Said) में उन्हें मिस्रीय अधिकारियों के समन्वय में सुरक्षित उतार दिया गया. KOTC ने बताया कि यह ऐसा पहला अभियान नहीं है. इससे पहले भी, 15 जून 2014 को कंपनी के कच्चे तेल टैंकर अल-सलमी (Al-Salmi) ने इटली के तट के पास संकट में फंसे शरणार्थियों का एक बड़ा समूह बचाया था. इस बचाव अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा और IMO (International Maritime Organization) की औपचारिक मान्यता भी मिली थी.
KOTC ने अपने बयान में कहा, समुद्री सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा हमारी मुख्य प्राथमिकताओं में से हैं. ये मानवीय मिशन हमारे उस व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा हैं, जिसमें नैतिक और मानवीय मूल्यों को व्यापारिक संचालन में समाहित किया गया है.




