भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के एजेंटों के लिए ग्रेच्युटी सीमा को वित्त मंत्रालय ने तीन लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है। इससे एजेंटों के कामकाजी परिस्थितियों और लाभों में सुधार होने की संभावना है। यह नवीनीकरण कमीशन के तहत नौकरी पर रखे गए एजेंट के लिए भी लाभदायक हो सकता है, जिससे उनकी वित्तीय स्थिरता में सुधार हो सकता है। इस समय, एलआईसी के एजेंट पुरानी एजेंसी के तहत किये गए काम के आधार पर नवीनीकरण कमीशन के लिए पात्र नहीं हैं।
एजेंटों के लिए “सावधि बीमा कवर” (Term Insurance) की सीमा भी बढ़ा दी गई है। इसकी पुरानी सीमा 3,000-10,000 रुपये थी, जो अब 25,000-1,50,000 रुपये कर दी गई है। टर्म इंश्योरेंस में इस वृद्धि से, उन एजेंटों के परिवारों को ज्यादा फायदा होगा जो अब जीवन में प्राप्त नहीं हैं।
वित्त मंत्रालय ने एलआईसी कर्मचारियों के परिवार के लिए “पारिवारिक पेंशन” के लिए एक समान दर 30% की मंजूरी भी दी है। इस फैसले का प्रभाव एलआईसी के 13 लाख से अधिक एजेंटों और एक लाख से अधिक नियमित कर्मचारियों पर पड़ेगा जो इससे लाभान्वित होंगे।
वर्ष 1956 में एलआईसी की स्थापना 5 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ हुई थी। 31 मार्च 2023 तक एलआईसी के पास 40.81 लाख करोड़ रुपये की जीवन निधि और 45.50 लाख करोड़ रुपये का परिसंपत्ति आधार था।