Loan Write Off Last 3 Years. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले तीन वित्तवर्षों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने 3.66 लाख करोड़ रुपये का भारी कर्ज माफ कर दिया है। यह जानकारी आरटीआई के माध्यम से प्राप्त हुई है। इस अवधि में इन बैंकों ने केवल 1.9 लाख करोड़ रुपये की वसूली की है। वित्त मंत्रालय ने लोकसभा को सूचित किया है कि पिछले पांच वर्षों में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) ने लगभग 10.6 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए, जिनमें से लगभग आधे ऋण बड़े उद्योगों और सेवा क्षेत्र को दिए गए।

वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि 2020-23 के दौरान बैंकों द्वारा कुल 2.09 लाख करोड़ रुपये के ऋण माफ किए गए, जिनमें से 52.3 प्रतिशत बड़े उद्योगों और सेवाओं से जुड़ा था।

आरबीआई के निर्देश के बावजूद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक खराब ऋणों की वसूली में धीमे रहे हैं। 2022-23 में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने 24,061 करोड़ रुपये के ऋण माफ किए, जबकि इसकी वसूली केवल 13,024 करोड़ रुपये थी।

बैंक ऑफ बड़ौदा ने 17,998 करोड़ रुपये बट्टे खाते में डाल दिए, जबकि इसकी कुल वसूली महज 6,294 करोड़ रुपये रही। केनरा बैंक ने 11,919 करोड़ रुपये की कुल ऋण वसूली की, जो 2022-23 में बट्टे खाते में डाले गए 4,472 करोड़ रुपये के ऋण की राशि से अधिक है।

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