Bank bonds in India. अगले कुछ हफ्तों में बैंक बॉन्ड के जरिए फंड जुटाने की तैयारी में हैं ताकि यील्ड में गिरावट का फायदा उठाया जा सके और कर्ज मांग में तेजी के बीच पूंजी की जरूरतों को पूरा किया जा सके.
- बैंक ऑफ इंडिया टियर-1 बॉन्ड से इस माह के अंत तक 15 अरब रुपए जुटाना चाहती है जब कि
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की टियर- 2 बॉन्ड के माध्यम से 22 अरब रुपए तक जुटाने की योजना बनाई है.
- जम्मू और कश्मीर बैंक भी टियर – 2 बॉन्ड से 15 अरब रुपए जुटाने की तैयारी में है.
बढ़ती क्रेडिट मांग को पूरा करने के लिए बैंक बॉन्ड के रुप में अतिरक्त पूंजी जुटा रहे हैं ताकि उनकी बैलेंस शीट का आकार बढ़ाया जा सके. मांग में सुधार के बाद छोटी कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही है.
- कोटक महिंद्रा बैंक की 7 साल के इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड के जरिए 15 अरब रुपए जुटाने की योजना है.
- SBI इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड से 100 अरब जुटाने पर भी विचार कर रहा है.
सुरक्षित निवेश होता हैं बॉण्ड
बॉण्ड निवेश हमेशा से FD के जैसा ही सुरक्षित माना जाता हैं. डूबने की स्थिति में कंपनी की सम्पति बेच कर सबसे पहले बॉण्ड धारक को पैसे दिये जाते हैं.
कैसे ख़रीद सकते हैं Bond.
इसको ख़रीदने के लिए बैंक के साथ साथ GoldePi जैसे प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते हैं. रही बात रिटर्न की तो बॉण्ड मार्केट में ब्याज डेयर औसतन 8% से 14% तक के बीच में रहती हैं. यह ब्याज दर कंपनी के क्रेडिट रेटिंग के आधार पर भी ऊपर नीचे ऑफर होता हैं.