कोरोना आने के बाद से ही दुनिया की कई बड़ी कंपनियां चीन से अपनी मैन्यूफैक्चरिंग शिफ्ट करने का प्लान कर रही हैं. अब जब वहां कोरोना (Corona in China) की रफ्तार फिर से तेज हो गई है, तो कंपनियों के शिफ्टिंग में भी तेजी आई है. इसका फायदा उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) को मिलता दिख रहा है.
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) का कहना है कि ऐप्पल आईफोन के सप्लायर्स (Apple iPhone Suppliers) में से कुछ ने यहां जमीन के लिए आवेदन किया है.
करोड़ों का निवेश, हजारों नौकरियां
अथॉरिटी ने बुधवार को जानकारी दी कि जिन सप्लायर्स ने आवेदन किया है, उन्होंने करीब 2800 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव रखा है. वहीं इससे क्षेत्र में हजारों नौकरियां पैदा होने की संभावना है. यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के सीईओ अरुण वीर सिंह ने जानकारी दी कि इन सभी कंपनियों ने प्रस्तावित जमीन आवंटन के लिए 10 प्रतिशत की राशि जमा भी करा दी है.
कंपनियों को ये जमीन यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के तहत आने वाले सेक्टर-29 में दी जाएगी. ये जगह ग्रेटर नोएडा में बनने वाले जेवर हवाईअड्डे के पास ही है.
सीको एडवांस करेगी 850 करोड़ का निवेश
अरुण वीर सिंह ने बताया कि सीको एडवांस लिमिटेड (Seiko Advance Limited) ने 5 एकड़ जमीन के लिए आवेदन किया है और इसके लिए आरक्षित राशि भी जमा कर दी है. सीको एडवांस लिमिटेड ऐप्पल आईफोन के लिए सप्लाई का काम करती है. कंपनी ने अकेले ही 850 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव रखा है.
इस क्षेत्र में ऐप्पल के लिए कैमरा पार्ट्स से लेकर अन्य सामान बनाने वाली कंपनियों ने कुल 23 एकड़ जमीन के लिए आवेदन किया है. इसके लिए 2800 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है. जेपी मॉर्गन का मानना है कि 2025 तक दुनिया में बनने वाला हर चौथा iPhone भारत में बनाा होगा.