.अब 3 हजार से अधिक के UPI ट्रांजैक्शन पर चार्ज लग सकता है. इसको लेकर केंद्र सरकार विचार कर रही है. इसके लिए 0.3% मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) दोबारा लागू किए जायेंगे. यदि UPI के माध्यम से 10 हजार रुपए का ट्रांजैक्शन करते हैं तो इसके लिए 30 रुपए चार्ज लग सकता है. बैंकों और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स के बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर और ऑपरेशनल खर्चों को देखते हुए नए नियम लागू किए जा सकते हैं. खबर है कि नए नियम आगामी दो महीने में लागू हो सकते हैं.
किस पर लगाया जाएगा चार्ज
छोटे दुकानदारों और छोटे ट्रांजैक्शन पर किसी तरह का MDR नहीं लगेगा. ये केवल बड़े मर्चेंट्स और 3,000 रुपए से ऊपर के ट्रांजैक्शन पर ही चार्ज लगेगा.
UPI ट्रांजैक्शन में हुई बढ़ोतरी
जारी रिपोर्ट्स की माने तो बीते महीने मई 2025 में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के द्वारा कुल 18,67 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए. इस दौरान कुल 25.14 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई. एक महीने में यूपीआई ट्रांजैक्शन में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
पेमेंट काउंसिल ऑफ इंडिया ने पीएम को पत्र लिखकर किया अनुरोध
बीते दिनों ही पेमेंट काउंसिल ऑफ इंडिया ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर भेजा था. इसमें पीएम मोदी से जीरो मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) नीति पर पुनर्विचार करने की मांग की गई है. काउंसिल, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) और रुपे डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन पर 0.3% मर्चेंट डिस्काउंट रेट लगाने के पक्ष में है.
हालांकि अभी पेमेंट मेथड्स पर कोई मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) नहीं लगाया जाता है, क्योंकि इनको नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) फैसिलिटी प्रोवाइड करती है.




