प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पुरी-हावड़ा रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. पीएम मोदी ने ओडिशा में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए, जबकि राज्यपाल गणेशी लाल, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी पुरी रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए.
इन नई रेल लाइन का तोहफ़ा।
प्रमुख परियोजनाओं में प्रधानमंत्री ने पुरी और कटक स्टेशन पुनर्विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी, बिछुपाली-झारतारभा रेलवे लाइन का उद्घाटन किया और संबलपुर-टिटलागढ़ दोहरीकरण लाइन, अंगुल-सुकिंदा नई लाइन, राउरकेला-झारसुगुड़ा और मनोहरपुर-बोंडामुंडा तीसरी लाइन राष्ट्र को समर्पित की.
शत प्रतिशत इलेक्ट्रिक से ट्रेन दौड़ेगी अब उड़ीसा में।
इसके अलावा, पीएम ने ओडिशा में 100 प्रतिशत रेलवे लाइन विद्युतीकरण का भी उद्घाटन किया, जिससे परिचालन और रखरखाव लागत कम होगी और आयातित कच्चे तेल पर निर्भरता कम होगी.
प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लोगों को वंदे भारत एक्सप्रेस भेंट की जा रही है जो आधुनिक और आकांक्षी भारत का प्रतीक है.
उन्होंने कहा कि भारत की गति और प्रगति तब देखी जा सकती है जब वंदे भारत ट्रेन एक जगह से दूसरी जगह चलती है. उन्होंने कहा यह गति अब ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्यों में देखी जा सकती है. मोदी ने कहा कि इससे यात्रियों को यात्रा के अनुभव के साथ-साथ विकास के मायने भी पूरी तरह बदल जाएंगे.
मात्र छह घंटे में यात्रा पूरा।
पीएम ने कहा कि दर्शन के लिए कोलकाता से पुरी की यात्रा हो या इसके विपरीत यात्रा का समय अब घटकर केवल साढ़े छह घंटे रह जाएगा जिससे समय की बचत होगी और व्यवसाय के अवसर बढ़ेंगे और युवाओं को नए अवसर मिलेंगे.
मोदी ने आगे कहा कि 15 वंदे भारत ट्रेनें पहले से ही विभिन्न राज्यों में चल रही हैं, जो समग्र अर्थव्यवस्था को गति दे रही हैं.