ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाही करते हुए हवाई हमले किए थे. इसके बाद दोनों देशों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी. लेकिन बाद में आपसी सहमति के बाद दोनों देशों ने सीजफायर कर लिया था. इन सबमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने मध्यस्थता कर दोनों देशों के बीच लड़ाई को बंद कराया. लेकिन भारत ने अमेरिका के इस दावे को पूरी तरह से नकार दिया था. अब पाकिस्तान ने भी अमेरिका के दावे को गलत बताया है.
सऊदी अरब ने भारत से सीजफायर के लिए की थी बात
पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसके निवेदन पर सऊदी अरब ने भारत से सीजफायर के लिए बात की थी. पाकिस्तान के उप प्रधान मंत्री इशाक डार ने पाकिस्तानी समाचार चैनल में दिए एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का दावा किया है. इशाक डाक ने इस बात को भी कुबूल किया है कि भारत ने पाकिस्तान के दो बड़े एयरबेस, नूर खान और शोरकोट, पर हमला किया था. उन्होंने कहा कि 6 और 7 मई की रात जब पाकिस्तान जवाबी हमले की तैयारी कर रहा था, तभी भारत ने दोबारा एयर स्ट्राइक किया और नूर खान-शोरकोट एयरबेस को नुकसान पहुंचाया.
इशाक डार ने कहा कि भारत के हमलों के बाद सऊदी अरब के प्रिंस ने भारत से फोन पर बात करने का प्रस्ताव दिया था. फिर पाकिस्तान की हामी के बाद सऊदी अरब ने भारत से बात की थी.
सऊदी अरब के प्रिंस फैसल ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से की थी बात
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने कहा, भारत के द्वारा किए गए हमले के 45 मिनट बाद सऊदी अरब के प्रिंस फैसल ने उनसे फोन पर बात की थी. प्रिंस ने कहा कि क्या मैं भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात करूं? अगर पाकिस्तान रुकने के लिए तैयार है तो भारत भी रुक सकता है. इस पर मैंने उन्हें हां कह दिया. फिर प्रिंस का कुछ देर बाद दोबारा कॉल आया और बताया कि जयशंकर को सारी बातें बता दी हैं. पाकिस्तान के इस दावे के बाद एक बार फिर से साफ हो गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को कम करने में अमेरिका नहीं बल्कि सऊदी अरब ने अहम भूमिका निभाई थी.




