अगर आप कोई नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो प्रदूषण जांच केंद्र (Pollution Testing Center) एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत पेट्रोल-डीजल से चलने वाले सभी व्हीकल्स के लिए पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (PUC) अनिवार्य कर दिया गया है.
बिना पीयूसी सर्टिफिकेट पकड़े जाने पर आपको जुर्माना भरना पड़ता है. ऐसे में हर किसी को इसकी जरूरत पड़ती है.
प्रदूषण जांच केंद्र के जरिए आप हर दिन कम से कम 2 हजार रुपये कमा सकते हैं. इस बिजनेस की एक खासियत यह है कि इसमें लागत काफ़ी कम आती है. वहीं पहले दिन से ही आपकी कमाई भी शुरू हो जाती है. आइए जानते हैं कि आप इसे कैसे खोल सकते हैं.
कौन खोल सकता है?
आपको बता दें कि प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए आपके पास मोटर मैकेनिक्स, ऑटो मैकेनिक्स, स्कूटर मैकेनिक्स, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, डीजल मैकेनिक्स या फिर इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (ITI) से प्रमाणित सर्टिफिकेट होना चाहिए. इसके आधार पर ही आपका लाइसेंस जारी किया जाता है. इसके बाद आपको एक स्मोक एनालाइजर खरीदना होगा जिससे व्हीकल्स की जांच की जाएगी.
कैसे करें बिजनेस की शुरुआत?
यह बिजनेस शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले लोकल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) से लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होगा. अप्लाई करने के साथ ही आपको 10 रुपये का एफिडेविट भी देना होता है. इसके अलावा आपको लोकल अथॉरिटी से एनओसी भी लेना पड़ेगा. इसके लिए सभी राज्यों में फीस अलग-अलग होती है. वहीं कुछ राज्यों में यह सुविधा ऑनलाइन भी उपलब्ध है.
इन बातों का जरूर रखें ध्यान
प्रदूषण जांच केंद्र की पहचान के लिए सरकार ने कुछ मानक तय कर रखे हैं. वाहन चालक इसे आसानी से पहचान सकें इसके लिए आपको इसे पीले रंग के केबिन में ही खोलना होगा. इस केबिन का साइज- लंबाई 2.5 मीटर, चौड़ाई 2 मीटर, ऊंचाई 2 मीटर होनी चाहिए. साथ ही, आपको केबिन पर प्रदूषण जांच केंद्र पर अपना लाइसेंस नंबर भी लिखना पड़ेगा.
पहले दिन से शुरू होगी कमाई
अगर आप प्रदूषण जांच केंद्र खोलना चाहते हैं तो इसे पेट्रोल पंप, ऑटोमोबाइल वर्कशॉप के आसपास खोला जा सकता है. इस बिजनेस को आप हाईवे-एक्सप्रेस वे के करीब शुरू कर सकते हैं. शुरुआत में आपको इसमें सिर्फ 10 हजार रुपये का निवेश करना होगा. इसके बाद हर महीने आप 50 हजार रुपये तक कमा सकते हैं. इस बिजनेस में पहले दिन से ही आपकी कमाई शुरू हो जाएगी. आप हर दिन 1500-2000 रुपये आसानी से कमा सकते हैं.