नौकरी देने के नाम पर जालसाजी
महामारी, प्रदूषण समेत किसी भी छोटी बड़ी परेशानियों में कर्मचारियों को घर से काम करने का आदेश दे दिया जाता है। ऐसे कर्मचारियों को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है और कंपनी का भी काम चलता रहता है। शुरुआत में वर्क फ्रॉम होम का कॉन्सेप्ट काफी तेजी से बढ़ा और लोगों को यह खूब पसंद भी आया।
लेकिन जालसाज जनता को मिलने वाले हर फायदे में ठगी का अवसर भी ढूंढ लेते हैं। अब वर्क फ्रॉम होम की तलाश कर रहे लोगों के साथ ठगी के मामले आम हो चले हैं। पटना में भी इस तरह के गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। शनिवार रात इस मामले में इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अनिशाबाद पेट्रोल पंप के समीप न्यू बाईपास पर एक घर में चलता था धंधा
मिली जानकारी के अनुसार अनिशाबाद पेट्रोल पंप के समीप न्यू बाईपास पर एक घर में यह धंधा चल रहा था। रजनीश कंसलटेंसी के नाम से कार्यालय खोला गया था और मासूम युवाओं के साथ काम देने के नाम पर ठगी की जाती थी। जब लोगों के साथ ठगी की घटना हुई तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। इस मामले में विकास, आयुष राज, सन्नी, संजय, बिट्टू ठाकुर समेत चार युवतियों को गिरफ्तार किया गया है।
घर बैठे काम करने के अवसर प्रदान करने की बात कहता था
इसका संचालन मनीष कुमार नामक व्यक्ति करता था। जो लोगों को घर बैठे काम करने के अवसर प्रदान करने की बात कहता था। जगह जगह पर इसका प्रचार चिपकाया हुआ था। जब लोग कार्यालय पहुंचते हैं तो उनसे दो सौ रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क और 15 सौ रुपये सिक्योरिटी राशि के रूप में जमा कराई जाती थी।
काम तीन दिन में पूरा नहीं होता था तो सिक्योरिटी मनी जब्त कर ली जाती थी
150 पन्ने का एक सेट देकर उनसे तीन दिन में ही पूरा लिखने का आदेश दिया जाता था। अगर काम तीन दिन में पूरा नहीं होता था तो सिक्योरिटी मनी जब्त कर ली जाती थी। इसके लिए एग्रीमेंट भी साइन कराया जाता था।