बिहार की राजधानी पटना को जल्द ही मेट्रो की सौगात मिलने जा रही है। मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक 6.2 किलोमीटर लंबा प्राथमिक कॉरिडोर लगभग 90% पूरा हो चुका है। अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो 15 अगस्त 2025 तक पटना की पहली मेट्रो ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगेगी।
स्टेशनों और ट्रैक का कार्य अंतिम चरण में
वर्तमान में मेट्रो स्टेशन को अंतिम रूप देने और ट्रैक बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू हो चुका है और सभी स्टेशनों पर निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।

कॉरिडोर-वार प्रगति का हाल
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मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल:
यह हिस्सा सतह पर (एलीवेटेड) है और 90% कार्य पूर्ण हो चुका है। -
पटना जंक्शन से ISBT सेक्शन:
इसमें भूमिगत (अंडरग्राउंड) हिस्सा भी शामिल है, और 88% कार्य पूरा हो चुका है।
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राजेंद्र नगर से पटना जंक्शन:
इस सेक्शन में मेट्रो का डिपो और यार्ड बनाया जा रहा है। 70.43% काम पूरा हो चुका है। -
दानापुर कैंट से खेमनीचक:
इस हिस्से में कुछ सेक्शन सतह पर और कुछ भूमिगत हैं। यहां 61% काम पूर्ण है।
रुकावटें भी आ रही सामने
खेमनीचक स्टेशन के पास अतिक्रमण और एनएच-30 पर ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं निर्माण में बाधा बन रही हैं। प्रशासन इन समस्याओं के समाधान में जुटा है ताकि समय पर काम पूरा हो सके।
📊 पटना मेट्रो निर्माण प्रगति सारणी
| सेक्शन | निर्माण का प्रकार | कार्य की प्रगति |
|---|---|---|
| मलाही पकड़ी – पाटलिपुत्र बस टर्मिनल | सतह पर (एलीवेटेड) | 90% |
| पटना जंक्शन – ISBT | भूमिगत + सतह पर | 88% |
| राजेंद्र नगर – पटना जंक्शन (डिपो) | यार्ड + डिपो निर्माण | 70.43% |
| दानापुर कैंट – खेमनीचक | एलीवेटेड + भूमिगत | 61% |
🚇 क्या है लक्ष्य?
बिहार सरकार का लक्ष्य है कि 15 अगस्त 2025 को पटना मेट्रो की पहली यात्रा शुरू कर दी जाए। यह मेट्रो सेवा राजधानी की यातायात समस्या को काफी हद तक कम कर सकती है और शहर के विकास को नई दिशा देगी।




