देश के प्रमुख सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने मंगलवार को पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के तहत मिलने वाले शिक्षा ऋण की ब्याज दर में 20 बेसिस प्वाइंट की कटौती की घोषणा की है। बैंक के अनुसार, संशोधन के बाद अब शिक्षा ऋण की दरें 7.5% से शुरू होंगी, जो संस्थान की गुणवत्ता और श्रेणी के अनुसार तय की जाएंगी।
अब बिना जमानत और गारंटी मिलेगा ₹7.5 लाख तक का लोन
NEP 2020 के तहत मंजूर हुई योजना का मकसद – हर योग्य छात्र तक पहुंचे उच्च शिक्षा
पीएम विद्यालक्ष्मी योजना, जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अंतर्गत पिछले साल नवंबर में कैबिनेट की मंजूरी मिली थी, का उद्देश्य है कि कोई भी मेधावी छात्र वित्तीय कमी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित न रहे।
इस योजना के तहत छात्र ₹7.5 लाख तक का लोन बिना जमानत और गारंटी के प्राप्त कर सकते हैं। अगर कोई छात्र यह लोन चुकाने में असमर्थ रहता है, तो सरकार अदायगी की 75% राशि का बीमा कवरेज देगी।
860 से अधिक प्रतिष्ठित संस्थानों को किया गया शामिल
NIRF रैंकिंग में शीर्ष 100 और राज्यों के टॉप सरकारी संस्थानों को मिली मान्यता
योजना के दायरे में 860 से अधिक क्वालिटी हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस (QHEIs) शामिल किए गए हैं। इनमें वे संस्थान शामिल हैं जो राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में समग्र, श्रेणी-विशेष या विषय-विशेष रैंकिंग में शीर्ष 100 में हैं।
साथ ही, राज्य सरकार द्वारा संचालित संस्थान जो रैंकिंग में 101 से 200 के बीच हैं, तथा सभी केंद्रीय संस्थान भी योजना में शामिल हैं।
वार्षिक आय ₹8 लाख तक वालों को मिलेगा 3% ब्याज सब्सिडी
एक लाख छात्रों को हर साल मिलेगा सब्सिडी का लाभ, सिर्फ मोराटोरियम अवधि तक लागू
जिन छात्रों के परिवार की वार्षिक आय ₹8 लाख तक है और वे किसी अन्य स्कॉलरशिप का लाभ नहीं ले रहे हैं, उन्हें ₹10 लाख तक के ऋण पर मोराटोरियम अवधि के दौरान 3% ब्याज सब्सिडी दी जाएगी। शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह सहायता हर साल एक लाख छात्रों को मिलेगी।




