पोस्ट ऑफिस की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) स्कीमें निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं, क्योंकि ये अधिकतर बैंकों की तुलना में बेहतर रिटर्न दे रही हैं। सरकारी सुरक्षा से जुड़ी होने के कारण ये योजनाएं छोटे बचतकर्ताओं, मिडिल क्लास परिवारों और रिटायर लोगों के लिए भरोसेमंद विकल्प साबित हो रही हैं।
पोस्ट ऑफिस इस समय कई लोकप्रिय बचत योजनाएं चला रहा है, जिनमें रिकरिंग डिपॉजिट (RD), टाइम डिपॉजिट (TD), मंथली इनकम स्कीम (MIS), सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि अकाउंट (SSA) और किसान विकास पत्र (KVP) शामिल हैं। इनमें से टाइम डिपॉजिट या FD स्कीम सबसे आकर्षक ब्याज दरों के कारण खास पहचान बना रही है।
निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार 1, 2, 3 या 5 साल की FD कर सकते हैं। फिलहाल पोस्ट ऑफिस 1 साल की FD पर 6.9%, 2 साल पर 7%, 3 साल पर 7.1% और 5 साल की FD पर 7.5% तक ब्याज दे रहा है। ये दरें बैंकों से कहीं अधिक फायदेमंद हैं, इसलिए निवेशक पोस्ट ऑफिस को प्राथमिकता दे रहे हैं।
FD खाता खोलने के लिए कम से कम ₹1,000 जमा करना होता है और कोई अधिकतम सीमा तय नहीं है। यह योजना छोटे और बड़े दोनों निवेशकों के लिए लचीली है। ग्राहक सिंगल अकाउंट या जॉइंट अकाउंट (अधिकतम 3 लोगों के साथ) खोल सकते हैं।
तीन साल की FD निवेशकों के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। उदाहरण के लिए, ₹1 लाख का निवेश मैच्योरिटी पर ₹1,23,508 बन जाता है, यानी कुल ₹23,508 का ब्याज। यह रिटर्न सामान्य बैंक FD से काफी ज्यादा है।
जहां बैंक सीनियर सिटिज़न को अतिरिक्त 0.5% ब्याज देते हैं, वहीं पोस्ट ऑफिस सभी ग्राहकों को एक समान दर पर ब्याज देता है। इससे यह स्कीम युवाओं, नौकरीपेशा और बुजुर्ग सभी के लिए समान रूप से फायदेमंद हो जाती है।
आज की आर्थिक परिस्थिति में पोस्ट ऑफिस FD स्कीमें एक सुरक्षित और स्थिर निवेश विकल्प साबित हो रही हैं। सरकारी गारंटी, तय ब्याज दर और आसान नियमों के चलते ये योजनाएं उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प बन रही हैं, जो आर्थिक सुरक्षा और स्थायी ग्रोथ चाहते हैं।




