महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खालापुर तहसील में स्थित इरशालवाड़ी गांव ने एक भारी लैंडस्लाइड से झेला है जिसने क्षेत्र में तबाही मचा दी है।
हादसे की घटना और पहले प्रतिक्रिया
प्रशासन की मान्यता के अनुसार, अभी तक 9 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटनास्थल पर पहुंच कर आपात स्थिति का मूल्यांकन किया है।
आंकड़ों का खेल और बचाव की चुनौतियां
इरशालवाड़ी में लैंडस्लाइड से 70 से भी ज्यादा लोगों के फंसने की संभावना बताई जा रही है, जिसमें 30 से 35 आदिवासी घरों की एक बड़ी बस्ती, वाडी का 90 प्रतिशत हिस्सा समेत, पूरी तरह से नष्ट हो गया है। यह लैंडस्लाइड मोरबे बांध के ऊपरी हिस्से में स्थित एक आदिवासी वाडी पर हुई थी।
एनडीआरएफ का प्रयास
राष्ट्रीय आपातकाल प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने इस आपात स्थिति के प्रतिक्रिया में तेजी से कार्य किया है। एनडीआरएफ की दो टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं और अब तक 22 लोगों को बचाया गया है।
आने वाले दिनों की चुनौतियाँ
यह बारिश से बाढ़ की स्थिति में और बदतर होने का खतरा बनती जा रही है, जैसा कि मुंबई और पड़ोसी जिले ठाणे, रायगढ़ और पालघर में भारी बारिश हो रही है। एनडीआरएफ ने इन जिलों में अपनी टीमों को तैनात किया है, जहां स्थानीय नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और पानी उनके आसपास के कस्बों और गांवों में घुस गया है।
सारांश
महाराष्ट्र के इरशालवाड़ी में हुई भारी लैंडस्लाइड ने क्षेत्र में तबाही मचा दी है। प्रशासन और बचाव दल को अभी भी अपने पैरों पर खड़ा होने और स्थिति को संभालने के लिए सघन बचाव अभियान चलाने की आवश्यकता है।