भारत चरम मौसमी हालात का सामना कर रहा है, जहां भारी बारिश ने विभिन्न बाधाओं और यहां तक कि विनाशकारी घटनाओं का कारण बनी है।
दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ बारिश
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में 1982 के बाद से जुलाई के महीने में सबसे अधिक एक दिन की बारिश दर्ज की गई है। यह अत्यधिक बारिश ने शहर की सामान्य कार्यवाही को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, जिससे निवासियों को असामान्य परिस्थितियों के साथ निपटने के लिए अपनी दिनचर्या में समायोजन करना पड़ा है। यह जलवायु परिवर्तन के कारण आने वाले अस्थिर मौसम पैटर्न की एक कठोर झलक है, जो गंभीर और अभूतपूर्व घटनाओं को जन्म दे रहा है।
हिमाचल प्रदेश में ट्रेन सेवाएं बंद
भारी बारिश सिर्फ दिल्ली ही में सीमित नहीं है। उत्तरी राज्य हिमाचल प्रदेश में भी गहरी बाढ़ का सामना कर रहा है। पर्यटकों के बीच लोकप्रिय और अपनी सुंदरता के लिए प्रशंसा की जाने वाली कालका-शिमला रेल मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, कोटी और सांवरा रेलवे स्टेशनों के बीच बारिश के कारण। टनल संख्या 10 पर विघ्न का सामना करने का कारण बना है, जिससे यात्रियों को असुविधा हुई है और कई यात्रा योजनाओं में बदलाव करना पड़ा है।
केदारनाथ दुर्घटना: वाहन खाई में गिरा
प्रकोप से जुड़े एक विनाशकारी घटनाक्रम में, केदारनाथ के पवित्र स्थल की ओर जा रहे तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक वाहन खाई में गिर गया। दुर्घटना के समय वाहन में ग्यारह यात्रियों की सवारी थी, जिनमें से चार, जो शेखपुरा के युवक थे, अब लापता हैं।
यह दुर्घटना शनिवार की रात करीब 2 बजे हुई थी। अब तक छह यात्रियों को बचाया गया है, लेकिन खोज अभी भी जारी है शेखपुरा के बरबीघा से चार युवकों के लिए, जो अब तक गुमशुदा हैं। गुमशुदा में से एक को बरबीघा के रौशन कुमार के रूप में पहचाना गया है।
यह दुखद घटना ने भारी चौंकाने और दुख की लहर उत्पन्न की है, और यह देश में वर्तमान मौसमी संकट की गम्भीरता को उजागर करती है। लापता व्यक्तियों की खोज और उनके चिंतित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए प्रयास जारी हैं।
घटना | स्थान | प्रभाव और कार्यवाही |
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अभूतपूर्व बारिश | दिल्ली | 1982 के बाद की सबसे अधिक बारिश; दैनिक जीवन में बाधा |
रेलवे ट्रैक बंद | हिमाचल प्रदेश | कोटी और सांवरा रेलवे स्टेशनों के बीच बंद |
वाहन दुर्घटना | केदारनाथ | वाहन खाई में गिरा; 4 युवक लापता |