देशभर में रेल दुर्घटना को लेकर प्रतिदिन कुछ ना कुछ खबर जरूर मिल रही हैं। बालेश्वर ट्रेन हादसे में जहां एक और बड़ी कार्यवाही हुई है वही कल फलकनुमा एक्सप्रेस में लगी आग ने लोगों को सकते में डाल दिया। अब नया मामला झारखंड से सामने आया है जहां पर बहुत बड़ा रेल हादसा होते-होते बच गया है।
फलकनुमा एक्सप्रेस में लग गया था आग।
कल आपको शायद नहीं पता हो तो जान लीजिए कि हैदराबाद सिकंदराबाद से लेकर कोलकाता के बीच चलने वाली फलकनुमा एक्सप्रेस के तीन बोगियों में देखते ही देखते आग की लपटें भयानक हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वहां से आग लगने के ठीक पहले हुआ देखकर कहीं गाड़ी रोक ली गई थी और लोगों को वापस गाड़ी से उतार लिया गया था जिसके वजह से किसी जान की हानि नहीं हुई।
बालासोर हादसे में तीन रेल कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया।
उड़ीसा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में सीबीआई ने शुक्रवार को रेलवे के तीन कर्मचारियों को अपनी गिरफ्त में लिया जिसमें सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार महतो तथा सीनियर सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान और टेक्नीशियन पप्पू कुमार शामिल हैं।
इन लोगों के ऊपर आईपीसी की धारा 304 और 201 लगाई गई है जिसमें इन पर गैर इरादतन हत्या तथा सबूत नष्ट करने के आरोप हैं। सीबीआई की जांच अभी जारी है।
रांची में स्वर्णरेखा रेल ब्रिज के 3 मिनट खोल दिए गए।
रांची हटिया राउरकेला रेलखंड पर पढ़ने वाले दूर्वा थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्वर्णरेखा रेलवे ब्रिज के 3 नट बोल्ट खोल दिए गए थे। भलाई यह थी कि समय रहते ही इसके बारे में पता चल गया अन्यथा रांची राउरकेला रेल खंड पर एक बड़ा रेल हादसा हो सकता था।
अगर डगमगा जाता पुल तो पूरी की पूरी रेलगाड़ी समा सकती थी स्वर्णरेखा नदी में लेकिन उससे पहले ही रेलवे पुल के पुल संख्या 428 के समीप पुल में लगे लोहे के पिलर के तीन खुले हुए नेट की जानकारी रेलवे सुरक्षा ऑडिट के टीम को मिल गई और इस हादसे को पहले ही रोक लिया गया।