Reliance Industries अपनी FMCG (Fast-Moving Consumer Goods) यूनिट में 3,900 करोड़ रुपये तक का बड़ा निवेश करने की तैयारी कर रहा है। इसका मकसद हिंदुस्तान यूनिलीवर, ITC, कोका-कोला और अदानी विल्मर जैसी बड़ी कंपनियों से टक्कर लेकर FMCG मार्केट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना है।
क्या है निवेश की योजना?
Reliance Consumer Products (RCPL) ने 24 जुलाई को हुई एक खास मीटिंग में इस बड़े निवेश को मंजूरी दी है। यह कदम Reliance के लिए अब तक का सबसे बड़ा पूंजी निवेश माना जा रहा है। RCPL की शुरुआत नवंबर 2022 में हुई थी और तब से यह अपना विस्तार करने की कोशिश कर रहा है।
प्रमुख फैसले:
- शेयर पूंजी बढ़ी: RCPL ने अपनी अधिकृत शेयर पूंजी को ₹1 करोड़ से बढ़ाकर ₹100 करोड़ कर दिया है।
- उधारी सीमा बढ़ाई: कंपनी ने तय किया है कि वो अपनी पूंजी से अतिरिक्त ₹3,000 करोड़ तक उधार ले सकती है।
- डेबेंचर्स जारी: कंपनी ने 775 मिलियन बिना ब्याज वाले डिबेंचर्स जारी करने का फैसला किया है, जिनकी कुल वैल्यू ₹775 करोड़ होगी।
भविष्य की योजनाएं
बिजनेस इंटेलिजेंस फर्म AltInfo के फाउंडर मोहित यादव का कहना है कि यह निवेश RCPL की बड़ी योजनाओं का हिस्सा है। इससे कंपनी को मार्केट में और तेजी से बढ़ने का मौका मिलेगा, खासकर अधिग्रहण और प्रोडक्ट विस्तार की दिशा में।
RCPL का अब तक का प्रदर्शन
RCPL ने 2023-24 में अपना पहला पूरा साल पूरा किया है। कंपनी ने इस साल ₹792 करोड़ का कर्ज लिया था, जो Reliance Retail Ventures ने दिया था। FY23 में भी कंपनी ने ₹261 करोड़ जुटाए थे।
Reliance Retail Ventures की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने बताया कि कंपनी का लक्ष्य भारत में सस्ते दामों पर अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट्स देना है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सकें।