रूस की रहस्यमयी शॉर्टवेव रेडियो स्टेशन UVB-76, जिसे दुनिया भर में “डूम्सडे रेडियो” या “द बज़र” के नाम से जाना जाता है, ने एक बार फिर वैश्विक चिंताओं को हवा दे दी है। इस रेडियो स्टेशन से एक ही सप्ताह में 15 रहस्यमयी संदेश प्रसारित हुए हैं, जो अपने आप में असामान्य माने जा रहे हैं।
आमतौर पर यह स्टेशन महीने में एक-दो बार ही सक्रिय होता है, वह भी तब जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ा संकट हो। इससे पहले इतनी बार प्रसारण फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के दौरान देखा गया था।
कब और क्या प्रसारित हुआ
जानकारी के अनुसार,
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सोमवार को 3 संदेश,
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बुधवार को 8 संदेश,
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और बुधवार तड़के तीन घंटे से अधिक समय तक लगातार प्रसारण हुआ।
यह लंबा प्रसारण अमेरिकी समयानुसार सुबह 1:07 से 4:26 बजे तक चला, जिसमें हल्का संगीत, लगातार भनभनाहट और मॉर्स कोड के लंबे सिग्नल शामिल थे।

इन संदेशों में कुछ अजीब शब्द बोले गए, जैसे –
PEPPER SHAKER, TRANSFER, PABODOLL, SPINOBAZ, FRIGORIA, OPALNY, SNOPOVY और MYUONOSVOD।
इन शब्दों का कोई स्पष्ट या सर्वमान्य अर्थ नहीं है, जिससे रहस्य और गहरा गया है।
‘LATVIA’ शब्द ने बढ़ाई चिंता
रूस की सरकारी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 17 नवंबर को प्रसारित एक संदेश में LATVIA शब्द का उल्लेख भी सामने आया। संदेश कुछ इस तरह बताया गया –
“NZHTI NZHTI 15854 LATVIA 5894 4167”
यही बिंदु यूरोप के लिए सबसे ज्यादा चिंताजनक माना जा रहा है।
यूरोप में युद्ध की आशंका क्यों?
लातविया NATO का सदस्य देश है। यदि रूस लातविया पर हमला करता है, तो NATO के अनुच्छेद-5 (Article 5) के तहत अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी समेत सभी सदस्य देशों को युद्ध में उतरना पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी स्थिति पूरे यूरोप को युद्ध की आग में झोंक सकती है, और हालात परमाणु टकराव तक भी पहुंच सकते हैं।
‘डेड हैंड सिस्टम’ से जुड़ा डर
विशेषज्ञों का मानना है कि UVB-76 सोवियत काल की ‘पेरिमीटर’ या ‘डेड हैंड’ प्रणाली से जुड़ा हो सकता है। यह एक न्यूक्लियर फेल-सेफ सिस्टम माना जाता है, जिसके तहत अगर रूस पर परमाणु हमला होकर उसकी कमान प्रणाली नष्ट हो जाए, तो यह सिग्नल अपने-आप जवाबी परमाणु हमला शुरू कर सकता है।
नेताओं की चेतावनी
इन घटनाओं के बीच यूरोप के नेता भी खुलकर चिंता जता रहे हैं।
ब्रिटेन के मंत्री अल कार्न्स ने चेतावनी दी है कि “युद्ध की परछाईं यूरोप के दरवाजे पर दस्तक दे रही है।”
वहीं NATO महासचिव मार्क रुटे ने कहा, “रूस ने यूरोप में युद्ध वापस ला दिया है। हमें उसी पैमाने के संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा, जिसे हमारे दादा-परदादाओं ने देखा था।”




