सऊदी अरब के प्रिंस फैसल बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-सऊद ने ब्रिटेन के सम्राट किंग चार्ल्स III और क्वीन कैमिला के साथ मिलकर रॉयल एस्कॉट में भाग लिया जो दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित घुड़दौड़ आयोजनों में से एक है. यह भागीदारी न केवल ब्रिटेन और सऊदी अरब के बीच गहरे होते कूटनीतिक-सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सऊदी शाही परिवार की प्रभावशाली उपस्थिति को भी रेखांकित करती है.
सऊदी अरब के प्रिंस फैसल बिन सलमान ने ब्रिटिश सम्राट किंग चार्ल्स III और क्वीन कैमिला के साथ रॉयल एस्कॉट 2025 के उद्घाटन में भाग लिया. वह मुख्य शाही रथ (lead royal carriage) में दिखाई दिए, जिसने पारंपरिक शाही जुलूस की अगुवाई की. इस रथ में लेडी सारा केसविक भी मौजूद थीं, जो क्वीन कैमिला की करीबी मित्र और उनके प्रमुख सहयोगी समूह “क्वीन की कम्पैनियंस” की सदस्य हैं.
शाही जुलूस के बाद, प्रिंस फैसल बिन सलमान जो सऊदी अरब के संस्थापक किंग अब्दुलअज़ीज़ के पोते और किंग सलमान के पुत्र हैं — ने ब्रिटिश शाही परिवार के सदस्यों के साथ रॉयल एन्क्लोजर में रेस का पहला दिन देखा. उनके साथ प्रिंसेस बीएट्रिस और ज़ारा टिंडल भी उपस्थित थीं. रॉयल एस्कॉट ब्रिटेन के सामाजिक व शाही परंपराओं का एक गौरवपूर्ण आयोजन है, जो हर साल दुनिया भर के राजनयिकों, शाही परिवारों और राजनीतिक नेताओं को आकर्षित करता है.
अरब शाही परिवारों की प्रभावशाली उपस्थिति
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2024 में बहरीन के क्राउन प्रिंस व प्रधानमंत्री प्रिंस सलमान बिन हमद अल-खलीफा ने रॉयल एस्कॉट में “गेस्ट ऑफ ऑनर” के रूप में शिरकत की थी.
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कतर के अमीर, शेख तमीम बिन हमद अल-थानी, घुड़दौड़ की दुनिया में एक प्रमुख चेहरा बन चुके हैं, विशेषकर अपनी टीम Wathnan Racing के माध्यम से.
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इस टीम ने 2023 गोल्ड कप में शानदार जीत हासिल की थी, जो कतर की घुड़सवारी विरासत को वैश्विक मंच पर ले गई.
प्रिंस सऊद की उपस्थिति उनके पिता की शानदार विरासत को सम्मान देने और सऊदी अरब की घुड़सवारी परंपरा को आगे बढ़ाने का प्रतीक मानी जा रही है. यह भी इस बात का संकेत है कि सऊदी राजपरिवार अब ब्रिटेन की प्रतिष्ठित शाही परंपराओं में और अधिक सक्रिय रूप से भागीदारी कर रहा है.




