एक नजर पूरी खबर
- पाकिस्तान पर मंडराया चौतरफा संकट
- नहीं चुका पाया सऊदी की 3.2 अरब डॉलर की बकाया राशि
- सऊदी अरब ने मई से पाकिस्तान को तेल आपूर्ति रोकी
कोरोनाकाल पर पाकिस्तान पर चौतरफा संकट मंडराता जा रही है। ये पाकिस्तान की करनी का ही फल है। दरअसल बीते मई से सऊदी अरब से पाकिस्तान को तेल नहीं मिला है क्योंकि वह 3.2 अरब डॉलर की बकाया राशि चुका नहीं पाया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने साल 2018 में सऊदी अरब से 6.2 अरब डॉलर का कर्ज लिया था, कर्ज पैकेज के तहत पाकिस्तान को 3.2 अरब डॉलर का तेल उधार में देने का प्रावधान था। इस प्रावधान की समय सीमा दो महीने पहले ही खत्म हो चुकी है जिसका अभी नवीनीकरण नहीं हुआ है। ऐसे में अब तक पाकिस्तान ने सऊदी से लिया पैसा वापस नहीं किया है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के पेट्रोलियम विभाग के प्रवक्ता साजिद काजी ने बताया कि दोनों देशों के बीच हुई इस समझौते की अवधि मई में समाप्त हो गई। वित्त विभाग इस सुविधा के नवीनीकरण का प्रयास कर रहा है. प्रवक्ता ने बताया कि सऊदी अरब से इस सिलसिले में अनुरोध किया गया है और उसके जवाब का इंतजार है।
मालूम हो कि पाकिस्तान के सामने यह संकट ऐसे समय खड़ा हुआ है जब वह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर रहा है क्योंकि विश्व मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पिछले पांच महीने से तकनीकी रूप से उसकी आर्थिक मदद रोक दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब के कर्ज को वापस करना और तेल संबंधी समझौते की अवधि खत्म होने से पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक की स्थिति गड़बड़ा सकती है। यह बैंक पूरी तरह से कर्ज पर निर्भर है।
ऐसे में एक तरफ वैश्विक महामारी कोरोना की मार, उस पर कर्ज के भार में दबा पाकिस्तान चौतरफा घिर चुका है।GulfHindi.com