अरब सागर में एक भीषण घटना घटी है जहां एक मर्चेंट शिप पर ड्रोन हमला हुआ है। इस हमले से जहाज पर आग लग गई है। यह जहाज, जो इजरायल से जुड़ा हुआ है, सऊदी अरब से भारत के मेंगलोर के लिए रवाना हो चुका था।
यह घटना भारत के समुद्र तट से 217 समुद्री मील दूर हुई है। इस हमले की सूचना मिलते ही भारतीय नौसेना तुरंत अलर्ट पर आ गई। भारतीय नौसेना ने घटनास्थल की ओर अपना लड़ाकू नौसैनिक जहाज रवाना किया है ताकि स्थिति का जायजा लिया जा सके और आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
इस हमले से जहाज पर सवार चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। अभी तक चालक दल के सदस्यों की स्थिति के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है। यह घटना न केवल समुद्री सुरक्षा के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार और यातायात के लिए भी एक गंभीर चिंता का विषय है।
इस हमले के पीछे कौन है और इसके पीछे क्या उद्देश्य है, इसकी जांच अभी जारी है। इस बीच, भारतीय नौसेना और समुद्री सुरक्षा बल सतर्क हैं और आवश्यक सुरक्षा उपाय कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इस मर्चेंट शिप पर क्रूड ऑयल लदा हुआ है और इसके चालक दल में 20 भारतीय भी शामिल हैं। एएफपी ने समुद्री एजेंसियों के हवाले से बताया कि शनिवार (23 दिसंबर 2023) को एक ड्रोन हमले में भारत के तट पर एक मर्चेट शिप क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। इस शिप का इजरायल से भी कनेक्शन बताया जा रहा है। भारत के पश्चिमी तट के पास अरब सागर में मानवरहित ड्रोन के बाद शिप में आग लग गई।
#BREAKING Drone strike hits ship off India's coast: maritime agencies pic.twitter.com/Yqz99yOAtw
— AFP News Agency (@AFP) December 23, 2023
भारतीय रक्षा अधिकारियों ने कहा कहा कि भारतीय कोस्टगार्ड का लड़ाकू जहाज आईसीजीएस विक्रम पोरबंदर तट से 217 समुद्री मील दूर अरब सागर में मर्चेंट एमवी केम प्लूटो की ओर बढ़ रहा है, जिसमें ड्रोन हमले के कारण आग लग गई। रक्षा अधिकारियों ने यह भी कहा कि शिप में कच्चा तेल है और यह सऊदी अरब के एक बंदरगाह से मैंगलोर की ओर जा रहा था।
भारतीय तट रक्षक डोर्नियर समुद्री निगरानी विमान ने संकटग्रस्त जहाज एमवी केम प्लूटो के साथ संचार स्थापित किया है। ड्रोन हमले के बाद जहाज ने अपनी स्वचालित पहचान प्रणाली को बंद कर दिया जिसका उपयोग जहाज को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है। जहाज की बिजली उत्पादन प्रणाली अब काम कर रही है और अपने गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले अधिक जांच की जा रही है।
इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है। माना जा रहा है कि ये हमला यमन के हूती आतंकियों ने किया है। उन्होंने इजरायल से जुड़े किसी भी जहाज को निशाना बनाने की घोषणा की थी। वो कई जहाजों पर पहले भी हमला कर चुके हैं।