कामगारों के लिए जरूरी
सऊदी में अगर आप कामगार के तौर पर काम करने के लिए जा रहे हैं तो आपको कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखना चाहिए और पहले ही जान लेना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि कामगार को समय पर सैलरी नहीं मिलती है। सैलरी नहीं मिलने के अलावा भी उन्हें कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है। Ministry of Human Resources and Social Development (MHRSD) ने इससे संबंधित जानकारी दी है और कहा है कि ऐसी स्थिति में कामगारों को परेशान होने की जरूरत नहीं है।
कामगारों को परेशान होने की जरूरत नहीं
बताते चलें कि ऐसा होता है तो कामगारों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। ऐसी स्थिति में कामगार आसानी से अपने मौजूदा नियोक्ता की सहमति के बिना हो स्पॉन्सरशिप बदल सकता है। मंत्रालय ने कामगारों को यह अधिकार दिया है। आगर आपका नियोक्ता समय पर पैसा नहीं देता है तो आप अपने नियोक्ता की अनुमति के बिना ही स्पॉन्सरशिप बदल सकते हैं।
कामगार की जान को नहीं होना चाहिए कोई खतरा
इसके अलावा अगर कामगार को ऐसा काम दिया जाता है जो कॉन्ट्रैक्ट में नहीं है या फिर कोई ऐसा काम किया जाता है जिसकी जान पर खतरा हो। नियोक्ता गलत केस करता है या कोई बदसलूकी करता है तो भी कामगार स्पॉन्सरशिप बदल सकता है।