शारजाह में रहने वाले भारतीय समुदाय के लिए एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां 17 वर्षीय भारतीय छात्रा ऐशा मरियम की अचानक हृदयाघात (हार्ट अटैक) से मौत हो गई है। ऐशा एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली जीने वाली छात्रा थीं और फुटबॉल की बेहतरीन खिलाड़ी भी थीं। 26 दिसंबर को शारजाह के अल फयहा स्थित उनके घर पर यह हृदयविदारक घटना घटी। इस आकस्मिक मृत्यु ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है।
चचेरे भाई-बहनों के साथ देर रात तक संगीत और नृत्य का आनंद लेने के कुछ ही घंटों बाद थमी जिंदगी की रफ्तार
घटना से पहले की रात ऐशा के लिए खुशियों से भरी थी। उन्होंने मयसलून में अपने चचेरे भाई-बहनों के साथ पूरी रात गाने और नाचने का आनंद लिया था और सुबह करीब 2 बजे वह घर लौटी थीं। किसी को अंदाजा भी नहीं था कि यह उनकी आखिरी रात होगी। अगले दिन दोपहर में, जब वह वॉशरूम गईं, तो वहां अचानक गिर पड़ीं। जब काफी देर तक कोई हलचल नहीं हुई, तो परिवार को चिंता हुई।
वॉशरूम का दरवाजा तोड़कर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन सीपीआर के बावजूद नहीं लौटीं सांसें
अनहोनी की आशंका के चलते परिवार वालों ने वॉशरूम का दरवाजा तोड़ा, जहां ऐशा अचेत अवस्था में मिलीं। परिजन आनन-फानन में उन्हें नजदीकी निजी अस्पताल लेकर भागे। वहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की और सीपीआर भी दिया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दोपहर 3:13 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
फुटबॉल की बेहतरीन खिलाड़ी और पूरी तरह फिट छात्रा की मौत से डॉक्टर भी हैरान, मृत्यु प्रमाण पत्र में हार्ट अटैक बनी वजह
ऐशा शारजाह इंडियन स्कूल की 11वीं कक्षा की मेधावी छात्रा थीं। वह पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और कला में भी निपुण थीं। वह 9वीं कक्षा से ही स्कूल की फुटबॉल टीम का हिस्सा थीं। मृत्यु प्रमाण पत्र के अनुसार, उनकी मौत का मुख्य कारण एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम (हार्ट अटैक) और सहायक कारण श्वास का रुकना बताया गया है। हैरानी की बात यह है कि ऐशा का या उनके परिवार का हृदय रोग से जुड़ा कोई भी पुराना इतिहास नहीं था। वह पूरी तरह स्वस्थ थीं।
कानूनी प्रक्रिया पूरी कर शव को केरल ले जाने की तैयारी, समुदाय के लोग शोक संतप्त परिवार की मदद को आए आगे
मूल रूप से केरल की रहने वाली ऐशा अपने परिवार की सबसे बड़ी संतान थीं। उनके परिवार में माता-पिता के अलावा एक 11 साल का भाई और 2 साल की बहन है। उनका परिवार पहले अल ऐन में रहता था और बाद में शारजाह शिफ्ट हो गया था। ऐशा के चाचा वर्तमान में फोरेंसिक रिपोर्ट और शव को भारत भेजने की कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा कर रहे हैं। उम्मीद है कि सोमवार तक शव को केरल ले जाया जाएगा। वहीं, मां और भाई-बहन आज ही केरल के लिए उड़ान भरेंगे। इंडियन एसोसिएशन शारजाह इस मुश्किल घड़ी में परिवार को पूरी कानूनी सहायता प्रदान कर रहा है।
हाल के दिनों में यूएई में युवाओं में हार्ट अटैक के मामले चिंता का विषय बन गए हैं। अभी कुछ ही समय पहले दुबई में भी 18 वर्षीय छात्र वैष्णव कृष्णकुमार की डांस करते समय दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। इन घटनाओं ने प्रवासी समुदाय को स्तब्ध कर दिया है।




