विदेशों में काम करने वाले भारतीय नागरिकों को धोखे से बचने के लिए बेहद ही सावधान रहना जरूरी है। कई बार एजेंट के द्वारा या जानकारी की कमी के कारण काम की तलाश कर रहे युवाओं के साथ फ्रॉड हो जाता है। काम मिल जाने के बाद भी कामगारों के साथ नियोक्ता के द्वारा दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आती हैं। आंध्र प्रदेश के Annamayya जिले की रहने वाली Tirpathi Kavitha नामक महिला के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है।
14 सितंबर को सुरक्षित लाया गया भारत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार Kuwait में प्रवासी कामगार के तौर पर काम कर रही कविता के साथ नियोक्ता के द्वारा अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा था। इसकी सूचना उन्होंने अपने परिजनों को दी थी जिसके बाद यह मामला प्रकाश में आया। पुलिस ने भी इस मामले में तुरंत जांच शुरू कर दी और महिला को सुरक्षित घर लाने का प्रयास शुरू हो गया।
बताया गया है कि महिला को एक कमरे में बंद कर दिया गया था और खाने-पीने जैसी बेसिक सुविधाओं की भी कोई सुध नहीं लेता था। फोन और पासपोर्ट आदि छीन लिया गया था ताकि वह किसी को अपनी व्यथा न बता सकें।
वीडियो के जरिए लगाई मदद की गुहार
लेकिन किसी तरह महिला ने वीडियो के जरिए संबंधित अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई और जान बचाने की अपील की। महिला ने जीवन की उम्मीद छोड़ दी थी लेकिन महज 48 घंटों के अंदर ही महिला के पासपोर्ट और वीजा की व्यवस्था कर भारत सुरक्षित लाया जा चुका है। एजेंट के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है।
क्या कर सकते हैं इस तरह की परेशानी से बचने के लिए?
खाड़ी देशों में भारतीय कामगार अक्सर काम की तलाश में जाते हैं। अगर आप भी विदेश जाने की सोच रहे हैं तो अपनी एजेंट की सत्यता जरूर जांच लें। कई बार एजेंट मासूम कामगारों को विदेश में ले जाकर फंसा देते हैं। वहीं Visa और Passport की सही जानकारी रखें। दूतावास और संबंधित अधिकारियों का कॉन्टैक्ट डिटेल रखें ताकि किसी मुसीबत में तुरंत सूचित किया जा सके।