नए साल के पहले ही दिन, सुजलॉन एनर्जी के शेयर में ज़बरदस्त उछाल देखने को मिला। शेयर 5% बढ़कर ₹65.33 के स्तर पर पहुँच गया। सुबह बाज़ार खुलने पर इसका दाम ₹62.64 था, जो कारोबार के दौरान ऊपर-नीचे होते हुए अंत में अपने उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। इस बीच, सबसे कम भाव ₹62.07 का भी छुआ गया।
मार्केट कैप और पी/ई अनुपात
इस बढ़त के साथ सुजलॉन का बाज़ार पूंजीकरण बढ़कर ₹89,060 करोड़ तक पहुँच गया है। वहीं, कंपनी का प्रति शेयर आय (P/E) अनुपात 92.35 पर बना हुआ है, जो बताता है कि निवेशक अभी भी कंपनी की संभावनाओं पर काफ़ी भरोसा जता रहे हैं।
भारत की सबसे बड़ी पवन ऊर्जा डील का असर
सितंबर 2024 में सुजलॉन को एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड से 1,166 मेगावाट का ठेका मिला था। देश में पवन ऊर्जा के मामले में ये अब तक का सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट रहा। इस ख़बर के बाद पहले भी सुजलॉन के शेयर में 3.4% की बढ़त देखी गई थी। अब जब कंपनी लगातार नए प्रोजेक्ट्स हासिल कर रही है, तो निवेशकों का उत्साह और बढ़ गया है।
कर्ज़ कम करने की पहल
फाइनेंस की हालत दुरुस्त करने के लिए कंपनी ने पुणे स्थित वन अर्थ प्रॉपर्टी को पाँच साल के लिए ₹440 करोड़ में लीज़ पर दिया है। इससे कंपनी के ऊपर का कर्ज़ कुछ हल्का हुआ और बाज़ार में भरोसा भी बढ़ा। यही वजह है कि सुजलॉन को लेकर निवेशकों का रुझान पॉज़िटिव बना हुआ है।
विश्लेषकों का कहना
अधिकतर मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि कंपनी के पास मज़बूत ऑर्डर बुक है और देश में रिन्यूएबल एनर्जी की माँग बढ़ती ही जा रही है, ऐसे में सुजलॉन के शेयरों में आगे भी ग्रोथ की गुंजाइश है। हालाँकि, कुछ ब्रोकरेज फर्मों ने मौजूदा दाम को देखते हुए थोड़ा सतर्क रहने की सलाह दी है।
निवेशक रहें सावधान
अगर आप सुजलॉन एनर्जी में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि बिना सोचे-समझे कदम न उठाएँ। किसी भी निवेश से पहले फ़ाइनेंशियल एडवाइज़र से सलाह लेना हमेशा फायदेमंद रहता है, ताकि लंबे वक्त में अच्छे रिटर्न के चांस बनाए जा सकें।