सरकार ने सैलरी पर TDS कटौती के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब नॉन-सैलरी इनकम (जैसे बैंक इंटरेस्ट, किराया आदि) पर कटे हुए TDS/TCS का फायदा सैलरी पर TDS काटते समय दिया जाएगा। इससे सैलरीड कर्मचारियों पर दो बार टैक्स कटने का झंझट खत्म हो जाएगा और उनका टैक्स लायबिलिटी कम हो जाएगा।
क्या बदला है?
पहले, सैलरीड कर्मचारियों को अपनी सैलरी के साथ नॉन-सैलरी इनकम पर अलग से TDS देना पड़ता था। लेकिन अब नया नियम कहता है कि:
- नॉन-सैलरी इनकम पर पहले से कटे TDS/TCS को ध्यान में रखते हुए सैलरी पर TDS काटा जाएगा।
- इससे सैलरीड कर्मचारियों का कुल TDS कम होगा।
उदाहरण से समझें:
अगर आपकी सैलरी ₹10 लाख है और नॉन-सैलरी इनकम ₹5 लाख है, जिस पर पहले से TDS/TCS कट चुका है, तो पहले ₹15 लाख की पूरी इनकम पर TDS काटा जाता था। अब ₹15 लाख में से ₹5 लाख पर कटे TDS को एडजस्ट कर ₹10 लाख की इनकम पर TDS काटा जाएगा।
नए नियम के फायदे:
- डबल TDS कटने की समस्या खत्म:
अब सैलरीड कर्मचारी अपनी नॉन-सैलरी इनकम पर पहले से कटे TDS का फायदा तुरंत ले सकते हैं। - कैश फ्लो बेहतर:
कर्मचारियों को एक्स्ट्रा टैक्स कटने से जो दिक्कत होती थी, वह अब नहीं होगी। - टीडीएस सर्टिफिकेट में बदलाव:
दिसंबर 27, 2024 से TDS सॉफ्टवेयर अपडेट किया गया है। Q4 (जनवरी 2025) से सैलरीड कर्मचारियों को सही टीडीएस सर्टिफिकेट मिलना शुरू हो जाएगा।
चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की राय
- मिहिर टन्ना, एस.के. पटोदिया एलएलपी:
“पहले कर्मचारियों को नॉन-सैलरी इनकम पर दो बार TDS देना पड़ता था। अब यह समस्या खत्म हो गई है। यह नियम कर्मचारियों की नकदी समस्या को हल करेगा।” - हिमांक सिंगला, एसबीएचएस एंड एसोसिएट्स:
“यह नियम टैक्स सिस्टम को आसान और करदाता के अनुकूल बनाता है। अब डबल टैक्स का बोझ नहीं रहेगा।” - आशीष निरज, ए एस एन एंड कंपनी:
“यह बदलाव Form 24Q और Form 16 में भी सुधार करेगा, जिससे टीडीएस और ज्यादा सटीक हो जाएगा।”
कब से लागू होगा बदलाव?
- 1 अक्टूबर 2024: नया नियम लागू हुआ।
- जनवरी 2025: Q4 टीडीएस सर्टिफिकेट में बदलाव दिखने लगेंगे।