उत्तर प्रदेश के संभल में बीते साल हुई हिंसा के सिलसिले में स्थानीय गैंगस्टर शरीक सात्हा के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किया गया है। पुलिस के अनुसार, शरीक सात्हा इस मामले का “मुख्य साजिशकर्ता” है और उस पर हथियार सप्लाई करने का आरोप है।
क्या है पूरा मामला
बीते साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के पास एक कोर्ट-ऑर्डर्ड सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें चार लोगों की मौत हुई और इसमें आम लोगों समेत कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। इस घटना के बाद संभल के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 12 FIR दर्ज की गईं।
दुबई से कर रहा है गैंग का संचालन
शाही जामा मस्जिद के पास की हिंसा में शरीक सात्हा को मुख्य साजिशकर्ता पाया गया। वह दीपा सराय इलाके का निवासी है, लेकिन अब कथित तौर पर दुबई से अपने गैंग का संचालन कर रहा है और अपने सहयोगियों को निर्देश भेज रहा है। उसके निर्देश पर हथियारों की व्यवस्था की गई, जिन्हें बाद में हिंसा में इस्तेमाल किया गया।
नकली पासपोर्ट के जरिए भागा दुबई
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पुलिस ने शरीक के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है।
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शरीक सात्हा पर उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तराखंड में कुल 54 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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कथित तौर पर वह 2020 में नकली पासपोर्ट के जरिए दुबई भाग गया और वहीं से अपने गैंग का संचालन कर रहा है।
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मुख्य रूप से वह ऑटो-लिफ्टिंग मामलों में शामिल रहा है।
जांच और विदेशी लिंक
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इस मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई गई थी।
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घटनास्थल से छह खाली कार्ट्रिज बरामद हुए, जिनमें से एक पाकिस्तान में निर्मित पाया गया, जिससे विदेशी लिंक की संभावना सामने आई।
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पुलिस ने 12 मामलों में चार्जशीट दाखिल की हैं और 10 मामलों में ट्रायल शुरू हो चुका है।
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हिंसा में शामिल होने के आरोप में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।




