यूएई में निवासियों ने हाल ही में एक साइबर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी है जिसमें अपराधी दुबई पुलिस अधिकारी बनकर लाइव वीडियो कॉल के जरिए लोगों से संवेदनशील बैंकिंग जानकारी मांग रहे हैं। यह स्कैम Google Meet और अन्य वीडियो प्लेटफ़ॉर्म्स के जरिए किया जाता है। अपराधी रैंडम वीडियो कॉल भेजते हैं और कॉल रिसीव करने पर पुलिस की यूनिफॉर्म में सामने आते हैं।
अधिकारिक अंदाज में वह हाल ही में भेजे गए टेक्स्ट मैसेज का हवाला देते हुए बैंक डिटेल, कार्ड सुरक्षा कोड और OTP मांगते हैं। कई पीड़ितों ने बताया कि उन्हें लगा कि यह कॉल अकादमिक या सामान्य मीटिंग के लिए है, लेकिन सामने व्यक्ति ने कैमरा चालू रखने और तुरंत जानकारी देने के लिए दबाव डाला। कुछ लोगों ने संदिग्ध लहजे और अंग्रेज़ी बोलने के अंदाज़ से धोखाधड़ी पहचान ली।
दुबई पुलिस ने इस मामले की पुष्टि की ऐसे मामले सामने आए हैं और निवासियों को चेताया कि किसी भी कॉल, टेक्स्ट या ईमेल के जरिए बैंकिंग या व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। पुलिस ने कहा कि कोई भी बैंक या सरकारी संस्था फोन, टेक्स्ट या ईमेल के माध्यम से संवेदनशील जानकारी नहीं मांगती।
किसी भी संदिग्ध संपर्क की तुरंत रिपोर्ट eCrime प्लेटफ़ॉर्म या स्थानीय पुलिस स्टेशन में करें। हाल ही में 13 संदिग्धों को तीन गैंगों में गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने बैंक और पुलिस स्टाफ का दिखावा कर लोगों के कार्ड और OTP चोरी किए। फ़ेडरल डिक्री-लॉ नंबर 34 (2021) के तहत दोषियों को Dh100,000 से Dh300,000 तक का जुर्माना, और सिस्टम को नुकसान पहुंचाने पर Dh500,000 तक का जुर्माना और एक साल तक जेल की सजा हो सकती है।




