भारत में आपने सार्वजनिक परिवहन के रूप में ट्रेन बस इलेक्ट्रिक गाड़ियां इत्यादि के इस्तेमाल को बखूबी देखा होगा लेकिन अब देश में विकास को नई रफ्तार देते हुए सार्वजनिक परिवहन में Tram सेवा शुरू की जा रही है. आपको बताते चलें कि यह सेवा बहुत पहले से कोलकाता में उपलब्ध है और अब इसे फिर से आधुनिक तौर तरीके से विकसित करके भारत के अलग-अलग शहरों में शुरू किया जा रहा है.
(यीडा) अपने यमुना प्राधिकरण सेक्टर में आवागमन आसान बनाने के लिए ट्राम चलाएगा। हर दस लिए ट्राम और बस मिनट में ट्राम या बस सेवा देने की योजना तैयार की है। योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए यीडा सबसे पहले सलाहकार एजेंसी का चयन करेगा। यीडा के आवासीय सेक्टर काफी बड़े हैं। अकेले सेक्टर-18 और 20 10 हजार हेक्टेयर में विकसित हुए हैं। इसमें 21 हजार भूखंड हैं। इन सेक्टर 16 हजार से अधिक आवंटियों को रजिस्ट्री के लिए ऑफर किया जा चुका है। इसी तरह अन्य आवासीय सेक्टर में 16, 17, 22 डी आदि शामिल हैं।
इन जगह के लिए मिलेगा ट्राम सेवा
इसके अलावा ग्रुप हाउसिंग परियोजनाएं भी हैं। यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे से मेट्रो गुजरेगी। मेट्रो तक पहुंचने के लिए यीडा इन सेक्टर में सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था को बेहतर बनाने की योजना पर काम कर रहा है। प्राधिकरण अपने आवासीय सेक्टर में ट्राम और बस चलवाएगा। हर 30 मीटर चौड़ी रोड पर ट्राम चलेगी। इसी तरह बस भी चलवाई जाएंगी। योजना के मुताबिक, बड़ी बस के बजाय मिनी बस चलवाने पर जोर रहेगा। इसकी फ्रीक्वेंसी पर ध्यान दिया जाएगा। ताकि लोगों को ट्राम या बस का काफी समय तक इंतजार नहीं करना पड़े। यमुना प्राधिकरण जल्द ही इस परियोजना की डीपीआर बनाने के लिए सलाहकार कंपनी का चयन करेगा ताकि इस पर काम शुरू हो सके।
इसलिए बनानी पड़ी योजना
एयरपोर्ट मेट्रो का कॉरिडोर यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बनेगा। ट्राम और बस सेवा से सेक्टर के लोगों की मेट्रो तक आसानी से पहुंच हो सकेगी। इससे मेट्रो की राइडरशिप भी बढ़ेगी। एक्वा लाइन से सेक्टर की कनेक्टिविटी न होने से इसका लोग कम उपयोग करते हैं। इसीलिए यीडा ने यह योजना बनाई है।
Tram के किराए का फ़ायदा.
सड़कों पर दौड़ती इलेक्ट्रिक ट्राम केवल लोगों को सहूलियत ही नहीं बल्कि बचत भी मुहैया कराएगी. एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए इसके किराए अन्य किसी भी सार्वजनिक परिवहन के किराए के तुलना में कम होगा.