इजरायल और ईरान के बीच सैन्य संघर्ष जारी है. इसी बीच ईरान में आए दो बड़े भूकंप के झटकों ने नया संदेह खड़ा कर दिया. शुक्रवार की स्थानीय समयानुसार रात 9:19 बजे ईरान के सेमनान प्रांत में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया. बताया जा रहा है कि यह झटका 10 किमी की गहराई पर था, जिससे तेहरान समेत कई इलाकों में झटके महसूस किए गए. वहीं 15 जून को भी फोर्डो के पास 2.5 तीव्रता का हल्का भूकंप का झटका महसूस किया गया था जो इजरायल के द्वारा किए गए हमले के बाद आया था.
ईरान में आए इन भूंकप के झटकों के बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि ईरान ने कहीं चोरी-चुपके परमाणु परीक्षण तो शुरू नहीं कर दिया. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के परमाणु ठिकानों को खत्म करने की कसम खायी है.
काफी तेज था भूकंप
यूरोपियन-मेडिटेरियन सेस्मोलॉजिकल सेंटर (ईएमएससी) की ओर से जानकारी दी गई है कि ईरान में आया यह भूकंप सेमनान से 35 किलोमीटर नीचे था. ये भूंकप इतना तेज था कि उत्तरी ईरान के कई भागों में महसूस किए गए. हालांकि भूंकप में किसी प्रकार की जान माल हानि को लेकर कोई खबर सामने नहीं आयी है.
इस युद्ध की वजह से भूकंप क्षेत्र के करीब के इलाकों समेत कई क्षेत्रों में ईरान की मिलिट्री यूनिट्स को भी तैनात कर दिया गया है. भूंकप की जानकारी सामने आते ही सोशल मीडिया पर परमाणु परीक्षण ट्रैंड करने लगा. लोगों का कहना है कि ईरान में परमाणु परीक्षण की बात सही है. अब तो अमेरिका भी यहां घुसने से घबराएगा,
परमाणु परीक्षण से आते हैं भूकंप
USGS और CTBTO जैसे संगठनों का कहना है कि परमाणु विस्फोट भूंकपीय तनाव को ट्रिगर कर भूंकप को पैदा कर सकता है. लेकिन ये आमतौर पर ये विस्फोट कम आवाज वाले होते हैं और कुछ किलोमीटर के दायरे तक सीमित रहते हैं. प्राकृतिक भूकंप में P-वेव और S-वेव दोनों होते हैं, जबकि न्यूक्लियर ब्लास्ट मुख्यतः P-वेव उत्पन्न करता है.
हालांकि ईरान में आए भूंकप का परमाणु परीक्षण या सैन्य गतिविधियों से कोई ठोस संबंध नहीं है.




