हाल ही में यूएई की जानी-मानी टेलीकॉम कंपनी ‘डू’ (du) ने एक बहुत ही शानदार कदम उठाया है, जिससे वहां के इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क की दुनिया बदलने वाली है। उन्होंने हुआवेई के साथ मिलकर देश में पहली बार 600 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम पर काम करने वाली एक नई ट्राई-बैंड तकनीक शुरू की है, जो 5G नेटवर्क को और भी ज्यादा ताकतवर बना देगी।
आम भाषा में इसका मतलब यह है कि अब यूजर्स को बिल्डिंग के अंदर, बेसमेंट में या घर के उन कोनों में भी बहुत अच्छी इंटरनेट स्पीड और नेटवर्क कवरेज मिलेगी जहां पहले सिग्नल आने में दिक्कत होती थी, और सबसे अच्छी बात यह है कि यह नई तकनीक पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है।

घरों के अंदर बिना रुकावट नेटवर्क और बेहतरीन कॉलिंग के लिए एक नई तकनीकी शुरुआत
यह जो नई तकनीक आई है, इसमें डायनामिक पावर शेयरिंग नाम की खूबी है जो नेटवर्क को जरूरत के हिसाब से बिजली इस्तेमाल करने में मदद करती है, जिससे इंटरनेट की स्पीड हमेशा अच्छी बनी रहती है। यह उन लोगों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है जो 5G होम इंटरनेट (FWA) का इस्तेमाल करते हैं या फिर इंटरनेट के जरिए हाई-क्वालिटी वॉयस कॉल (VoNR) करते हैं, क्योंकि अब उनकी कॉल ड्रॉप नहीं होगी और आवाज एकदम साफ़ आएगी।
यह सिस्टम खास तौर पर उन बंद जगहों और कमरों के लिए तैयार किया गया है जहां आम तौर पर नेटवर्क कमजोर पड़ जाता है, यानी अब आप घर के किसी भी हिस्से में बैठकर तेज इंटरनेट का मज़ा ले सकते हैं।
तकनीकी तरक्की के साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा और बिजली की बचत का अनोखा संगम
कंपनी के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर सलीम अलब्लूशी ने भी इस बात पर जोर दिया है कि यह कदम न सिर्फ उन्हें टेक्नोलॉजी में सबसे आगे रखता है, बल्कि ग्राहकों को एक शानदार डिजिटल अनुभव भी देगा। यह नया सिस्टम वजन में काफी हल्का है और जगह भी कम लेता है, जिसका सीधा फायदा यह है कि यह पुराने उपकरणों के मुकाबले काफी कम बिजली की खपत करता है।
इससे न केवल नेटवर्क चलाने का खर्चा कम होगा, बल्कि यह यूएई के पर्यावरण को बचाने वाले लक्ष्यों के साथ भी पूरी तरह मेल खाता है क्योंकि कम बिजली का मतलब है कम प्रदूषण और एक हरा-भरा भविष्य।





