“ऑपरेशन चिवैलरस नाइट 3” ने घोषणा की है कि गाज़ा पट्टी में “बर्ड्स ऑफ गुडनेस” राहत मिशन दोबारा शुरू कर दिया गया है। इस पहल के तहत 54वीं बार हवाई राहत सामग्री गाज़ा में भेजी गई। यह मिशन हाशेमाइट किंगडम ऑफ जॉर्डन के सहयोग से किया गया और इसका उद्देश्य उन इलाकों में फंसे आम नागरिकों की मदद करना है जो ज़मीन के रास्ते से पहुंच के बाहर हैं।
“बर्ड्स ऑफ गुडनेस” पहल की शुरुआत से अब तक लगभग 3,725 टन खाद्य सामग्री और अन्य राहत सामान 193 विमानों के जरिए गाज़ा पट्टी में गिराया गया है। इसमें ज़रूरी खाने-पीने की चीजें और आवश्यक राहत सामग्री शामिल हैं, जो वहां की बेहद खराब मानवीय स्थिति से प्रभावित परिवारों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भेजी गई हैं।
यह अभियान यूएई की फ़लस्तीनी लोगों की मदद के प्रति अडिग और मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह देश की लंबे समय से चली आ रही मानवीय नीति का हिस्सा है। गाज़ा को मिलने वाली अंतरराष्ट्रीय सहायता में 44% से ज़्यादा योगदान अकेले यूएई का रहा है।
यूएई ने यह स्पष्ट किया है कि वह फ़लस्तीनी लोगों की सहायता को हमेशा एक मानवीय प्राथमिकता मानता रहेगा। साथ ही वह स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर ज़मीन, समुद्र और हवा के रास्ते से सबसे ज़्यादा ज़रूरतमंद इलाकों तक राहत पहुंचाना जारी रखेगा।




