UAE की अर्थव्यवस्था तेजी से प्रगति कर रही है. इन दिनों यूआई अपने गोल्डन वीजा प्रोग्राम को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है. इसके तहत साइंस, इंजीनियरिंग, हेल्थकेयर और टेक्नोलॉजी जैसी फील्ड में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्रों को 10 सालों की रेजिडेंसी दी जाएगी. लेकिन गोल्डन वीजा देने से पहले यूएई की दो बड़ी शर्तें हैं जिन्हें पूरा करना हर हाल में छात्रों के लिए जरूरी है.
गोल्डन वीजा के लिए यूएई ने दो बड़ी शर्तें रखी हैं पहली अगर किसी ने टॉप यूनिवर्सिटीज से डिग्री हासिल की है और दूसरी अगर किसी ने 9 बताए गए सब्जेक्ट्स में से एक में डिग्री पायी है. जो छात्र इन दो बड़ी शर्तों को पूरा करते हैं तो वो गोल्डन वीजा मिलने पर 10 साल तक यूएई में रहकर पढ़ाई या नौकरी कर सकते हैं.
गोल्डन वीजा पाने के लिए कौन है मान्य
दुनिया के किसी भी कोने में रहने वाले छात्र एजुकेशन कैटेगरी के तहत यूएई में गोल्डन वीजा पा सकते हैं. लेकिन छात्रों के पास उस फील्ड में डिग्री होनी चाहिए जो गोल्डन वीजा के लिए जरूरी है. आपको बता दें कि साइंस, इंजीनियरिंग, हेल्थकेयर और टेक्नोलॉजी जैसी फील्ड में डिग्री रखने वाले ग्रेजुएट्स गोल्डन वीजा के लिए अप्लाई कर सकते हैं. कुल मिलाकर 9 विषयों, जिसमें डिग्री होने पर आपको गोल्डन वीजा मिल जाएगा- इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, एपिडेमियोलॉजी और वायरोलॉजी, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और जेनेटिक्स और मॉलिक्यूलर इंजीनियरिंग शामिल हैं.
गोल्डन वीजा पाने के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट जरूरी
गोल्डन वीजा उन छात्रों के लिए है जो पढ़ाई पूरी कर चुके हैं. जो छात्र फाइनल ईयर में पढ़ रहे हैं वो गोल्डन वीजा पाने के लिए अभी से ही अप्लाई कर सकते हैं. इसके लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स होने चाहिए. सबसे जरूरी और अहम बात है गोल्डन वीजा के लिए क्वालिफाई करने के लिए उनका GPA 3.5 या उससे ज्यादा होना चाहिए और वे दुनियाभर में टॉप-100 यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होने चाहिए.
UAE के अनुसार इन टॉप यूनिवर्सिटी के छात्रों को ही मिलेगा गोल्डन वीजा
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT)- अमेरिका
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी- अमेरिका
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी- ब्रिटेन
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी- अमेरिका
- कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी- ब्रिटेन
- कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Caltech)- अमेरिका
- ETH ज्यूरिख-स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी- स्विट्जरलैंड
- यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL)- ब्रिटेन
- इम्पीरियल कॉलेज लंदन- ब्रिटेन
- शिकागो यूनिवर्सिटी- अमेरिका




